Wednesday , October 9 2024

‘अभी ऐसी-तैसी कर दूँगा, 4 थप्पड़ खाएगा…’: ट्रैफिक पुलिस के सामने जज के बेटे की गुंडागर्दी, ‘मजिस्ट्रेट’ लिखी गाड़ी उठाने पर धमकाया

जज का बेटा और उसकी कारलखनऊ। लखनऊ में एक जज के बेटे ने 19 अगस्त 2023 दिन शनिवार को जमकर हंगामा किया और पुलिसकर्मियों को धमकी दी। पुलिसकर्मियों को धमकाते हुए जज के बेटे ने कहा, “युवक ने चीखते हुए कहा कि गाड़ी कैसे उठा ली तुम लोगों ने… अभी ऐसी तैसी कर दूँगा। थाने में चार थप्पड़ खाएगा तब छोड़ेगा गाड़ी?” उसके साथ उसकी माँ यानी जज की पत्नी भी थी।

दरअसल, मेरठ में तैनात एक जज के बेटे ने लखनऊ के हजरतगंज में ‘नो पार्किंग जोन’ में अपनी कार खड़ी कर रखी थी। इसके बाद ट्रैफिक विभाग ने लाउडस्पीकर से 2 मिनट तक अनाउंस किया कि UP 14 BY 2615 नंबर की स्विफ्ट कार जिसकी भी है, वो आकर ले जाए अन्यथा क्रेन से उठा लिया जाएगा। हालाँकि, उस दौर कोई नहीं आया।

इसके बाद पुलिसकर्मियों ने कार को क्रेन से उठा लिया और उसे पार्किंग यार्ड में ले गए। पता चलने पर जज का बेटा पार्किंग यार्ड पहुँच गया। उसने पार्किंग यार्ड में लगी अपनी कार को देखा तो उसका पहिया लॉक मिला। इसके बाद युवक ने पहले नगर निगम के कर्मचारियों और फिर ट्रैफिक पुलिस के कर्मियों को लॉक खोलने के लिए कहा।

जज ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने कहा कि जुर्माना भरने के कारण ही गाड़ी छोड़ी जा सकती है। वह खुद को अधिकारी बताते हुए पुलिसकर्मियों से अभद्रता करने लगा। उस युवक ने कहा कि कार पर ‘मजिस्ट्रेट’ लिखा हुआ था, इसके बावजूद उसकी गाड़ी कैसे उठा ली गई।

युवक ने चिल्लाते हुए कहा, “मैं जरूरी काम से निकला था। मेरी गाड़ी कैसे उठा ली? दिमाग खराब हो गया है? जिससे कहना है उससे कहो। मुझे अर्जेंट जाना है। मैं ज्वॉइंट सीपी से बात करूँ? अभी ऐसी तैसी कर दूँगा। थाने में चार थप्पड़ खाएगा, तब छोड़ेगा गाड़ी?”

हंगामा बढ़ता देख कर्मचारियों ने इस मामले की जानकारी ज्वॉइंट पुलिस कमिश्नर को गई। ज्वॉइंट सीपी ने जज की पत्नी से फोन पर बात किया। उन्होंने कानून उल्लंघन पर चालान भरकर जाने का सुझाव दिया। इसके बाद जज की पत्नी ने 1100 रुपए जुर्माना भरा। इसके बाद उनकी कार छोड़ी गई।

बता दें कि हाल ही में ट्रैफिक पुलिस ने ‘नो पार्किंग जोन’ में खड़ी पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह की गाड़ी को भी उठा लिया था। मंत्री जयवीर सिंह की गाड़ी विधानसभा मार्ग के ‘नो पार्किंग जोन’ में खड़ी थी। उस दौरान गाड़ी में ड्राइवर भी नहीं था। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने 1100 रुपए का चालान काटा था।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch