नई दिल्ली। पहले सनातन धर्म और अब भारत के मुद्दे पर हो रही राजनीति का असर आगामी पांच राज्यों के चुनाव पर पड़ सकता है। भाजपा और विपक्षी गठबंधन इंडिया के नेताओं के बयानों और आरोप-प्रत्यारोपों से राजनीति गरमाई हुई है। संसद के विशेष सत्र में भी इन मुद्दों की गूंज सुनाई पड़ सकती है। भाजपा ने विपक्षी नेताओं के बयानों पर पलटवार करते हुए कांग्रेस पर करारा हमला किया है।
दूसरी तरफ, भाजपा की कोशिश विपक्षी एकजुटता में सेंध लगाने की है। भारत और सनातन धर्म के मुद्दे ऐसे हैं, जिन पर विपक्ष सरकार और भाजपा को घेर तो सकता है, लेकिन यह दांव उलटा भी पड़ सकता है। धार्मिक और राष्ट्रीय मुद्दे होने के कारण ये बेहद संवेदनशील हैं। चुनाव से पहले संसद का विशेष सत्र दो सप्ताह बाद होना है। ऐसे में इस सत्र में भी सरकार और विपक्ष इन पर टकरा सकते हैं।