न्यूयार्क. संयुक्त राष्ट्र महासभा 78वें सत्र के दौरान भारत ने पाकिस्तान की हरकतों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेनकाब कर दिया. देश की प्रथम सचिव पेटल गहलोत ने पाकिस्तान द्वारा कश्मीर राग अलापने के जवाब में कहा कि पाकिस्तान आदतन अपराधी बन चुका है. भारत के खिलाफ निराधार और दुर्भावनापूर्ण प्रचार करना ही उसका मकसद है. दुनिया के सबसे खराब मानवाधिकार रिकॉर्ड वाले देश पाकिस्तान को पहले अपना घर ठीक करना होगा.
यूएन महासभा में भारत की ओर से प्रथम सचिव पेटल गहलोत ने पाकिस्तान को लेकर कहा, ‘भारत के खिलाफ आधारहीन और दुर्भावनापूर्ण प्रचार करने के लिए इस मंच का दुरुपयोग करने के मामले में पाकिस्तान एक आदतन अपराधी है. संयुक्त राष्ट्र और अन्य बहुपक्षीय संगठनों के सदस्य देश अच्छी तरह से जानते हैं कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान मानवाधिकार के मामलों में अपनी बदहाल स्थिति से हटाने के लिए ऐसा करता है.’
#WATCH | New York: At the 78th Session of the UN General Assembly's General Debate, while exercising the Right of Reply (RoR), First Secretary Petal Gahlot says, "….Pakistan has become a habitual offender when it comes to misusing this August forum to peddle baseless and… pic.twitter.com/5csrEXQ8sq
— ANI (@ANI) September 24, 2023
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान द्वारा कश्मीर का मु्द्दा उठाए जाने पर भारत ने कहा है कि पाकिस्तान को हमारे आंतरिक मामलों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं है. संयुक्त राष्ट्र में भारत ने कहा कि पाकिस्तान पहले 26/11 आतंकियों पर कार्रवाई करे और जम्मू एवं कश्मीर का कब्जे वाला इलाका खाली करे, फिर कोई बात करे. भारत ने पाकिस्तान पर यूएन के मंच का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया.
अपना घर ठीक करे पाकिस्तान
पेटल गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान को हमारे घरेलू मामलों पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। दुनिया के सबसे खराब मानवाधिकार रिकॉर्ड वाले देश के रूप में, पाकिस्तान को दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर उंगली उठाने का साहस करने से पहले अपना घर ठीक करना चाहिए.
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहा अत्याचार
पेटल गहलोत ने आगे कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा लगातार बढ़ रही है. इसका ताजा उदाहरण अगस्त 2023 में तब देखने को मिला, जब पाकिस्तान के फैसलाबाद जिले के जरनवाला में अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय के खिलाफ बड़े पैमाने पर क्रूरता की गई, इस हिंसा में जहां कुल 19 लोग मारे गए. कई जगह चर्चों को नष्ट कर दिया गया और 89 ईसाई घरों को जला दिया गया.