इजरायल और हमास में जारी जंग को कई दिन बीत चुके हैं, लेकिन यह धीरे-धीरे और भीषण होता जा रहा है। बुधवार को इजरायल को समर्थन देने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन तेल अवीव पहुंचे। इजरायल की राजधानी तेल अवीव पहुंचने के बाद बाइडन ने इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से साफ कहा कि लग रहा है गाजा के अस्पताल पर किया गया हमला, इजरायल नहीं बल्कि गाजा की दूसरी टीम द्वारा किया गया था।
इजरायली पीएम नेतन्याहू से मुलाकात के बाद जो बाइडन ने कहा, ”कल गाजा के अस्पताल में हुए विस्फोट से मैं बहुत दुखी और क्रोधित हूं। मैंने जो देखा है उसके आधार पर, ऐसा प्रतीत होता है कि यह दूसरी टीम द्वारा किया गया था, न कि इजरायल द्वारा। हालांकि, उन्होंने यह भी आगे कहा कि लेकिन वहां बहुत सारे लोग हैं जो इसे लेकर निश्चित नहीं हैं।”
बाइडन ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कहा कि वह इजरायल एक साधारण वजह से आए हैं। उन्होंने कहा, ”मैं चाहता हूं कि इजरायल और दुनियाभर के लोग यह जानें कि अमेरिका किसके साथ खड़ा हुआ है।” बाइडन ने इस बात पर भी जोर दिया कि हमास ने जिनकी हत्या की, उनमें 33 अमेरिकी भी शामिल थे। उन्होंने कहा, “हमास सभी फिलिस्तीनी लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं करता है और उसने उनके लिए केवल पीड़ाएं ही लाई हैं।” उनका कहना है कि अमेरिका यह सुनिश्चित करेगा कि इजरायल के पास वह सब कुछ रहे, जो उसे अपनी रक्षा के लिए चाहिए।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन हमास के साथ युद्ध तथा इसे व्यापक संघर्ष में तब्दील होने से रोकने के लिए कूटनीतिक पहल के तहत बुधवार को इजरायल पहुंचे। गाजा पट्टी में एक अस्पताल में विस्फोट में सैकड़ों लोगों की मौत को लेकर समूचे पश्चिम एशिया में आक्रोश फैल गया है जिसके कारण इजरायल-हमास युद्ध की चुनौती और मुश्किल हो गई। बाइडन अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत जॉर्डन की भी यात्रा करने वाले थे लेकिन वॉशिंगटन से रवाना होने से पहले अरब नेताओं के साथ उनकी बैठक रद्द हो गई जिससे संघर्ष के इस क्षण में अहम बातचीत के लिए नेताओं की आमने-सामने की बैठक का मौका नहीं मिल पाया। बाइडन अब केवल तेल अवीव में रुकेंगे, जहां प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बैठक के दौरान उनके, गाजा में अहम मानवीय सहायता के लिए मार्ग उपलब्ध कराने पर जोर देने की संभावना है।
बता दें कि मंगलवार को गाजा के अल-अहली अस्पताल में हुए भीषण विस्फोट में सैकड़ों लोग मारे गए। हमास ने विस्फोट के लिए इजरायल के हवाई हमले को जिम्मेदार ठहराया, लेकिन इजरायली सेना ने कहा कि वह इसमें शामिल नहीं है और विस्फोट विफल रहे फिलिस्तीनी रॉकेट के कारण हुआ। इजरायल और हमास के बीच लड़ाई तब शुरू हुई जब गाजा पट्टी से सशस्त्र हमास आतंकवादियों ने सात अक्टूबर को जमीन, हवा और समुद्र से इजराइल पर अचानक हमला किया। इस संघर्ष के बाद से, लगभग 2,778 फलस्तीनी मारे गए हैं। मीडिया में आई खबरों में इजरायल के आधिकारिक सूत्रों के हवाले से कहा गया कि इजरायल में कम-से-कम 1,400 इजरायली और विदेशी नागरिक मारे गए हैं।
साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।