पश्चिम बंगाल के राशन घोटाला केस में तृणमूल कॉन्ग्रेस नेता शाहजहाँ शेख के घर रेड मारने गई प्रवर्तन निदेशालय की टीम पर और सीआरपीएफ के जवानों पर 250-300 लोगों की भीड़ ने जानलेवा हमला किया। इस दौरान पत्रकारों पर भी अटैक हुआ और कई गाड़ियों में तोड़फोड़ भी हुई।
हमले में ईंट-पत्थर का इस्तेमाल हुआ। सामने आई तस्वीर में एक आदमी का सिर खून से लथपथ नजर आ रहा है। वो कपड़ा बाँधकर सुरक्षाकर्मियों के साथ खड़ा है। भीड़ में पुरुषों के साथ महिलाएँ भी थीं। सबने ईडी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन्हें गालियाँ दीं, फिर हमला किया।
#WATCH | North 24 Parganas, West Bengal: A team of the Enforcement Directorate (ED) attacked during a raid in West Bengal's Sandeshkhali.
More details are awaited pic.twitter.com/IBjnicU9qj
— ANI (@ANI) January 5, 2024
घटना बंगाल के 24 नॉर्थ परगना की है। इस दौरान न्यूज 18 के पत्रकार के साथ बदसलूकी हुई। उनकी कार पर तोड़फोड़ हुई और कैमरा भी तोड़ दिया गया।
भाजपा चीफ सुकंता मजूमदार ने घटना पर कहा, “उनके खिलाफ शिकायत है भ्रष्टाचार मामले में। ये सामान्य है कि ईडी तो एक्शन लेगी ही। ईडी पर संदेशखाली में हुआ हमला दिखाता है कि आखिर रोहिंग्या लॉ एंड ऑर्डर के साथ कर क्या रहे हैं।”
Alarming breakdown in law & order in #WestBengal.
ED officials & CRPF personnel faced a brutal attack during a raid in North 24 Parganas.
Now even the govt officials aren't safe in the State!@MamataOfficial has turned the great land of Bengal into a battlefield of anarchy! pic.twitter.com/sU55COslkb
— Vishnu Vardhan Reddy (@SVishnuReddy) January 5, 2024
वहीं सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था जर्जर है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस से स्थिति का संज्ञान लेने और उचित कार्रवाई करने की अपील की है। उन्होंने ये भी माँग की है कि इस मामले की जाँच एनआईए को सौंपी जाए। अपने ट्वीट में उन्होंने इस हमले में रोहिंग्याओं का हाथ होने की आशंका जताई है।
Horrific. The Law & Order Situation in West Bengal is in shambles.
ED Officials & CRPF Jawans brutally attacked in Sandeshkhali; North 24 Parganas district, while conducting Raid at TMC leader Sheikh Shahjahan's house.
I doubt that Rohingyas are present amongst the Anti National… pic.twitter.com/XHboQsBVSX— Suvendu Adhikari (@SuvenduWB) January 5, 2024
बता दें कि कुछ दिन पहले ही ईडी ने राशन घोटाला का खुलासा करते हुए बताया था कि पश्चिम बंगाल में सार्वजनिक वितरण प्रणाली का का लगभग 30% राशन खुले बाज़ार में बेच दिया गया। राशन की कथित चोरी से जो फायदा हुआ, वो मिल मालिकों और PDS वितरकों के बीच बँट गया।
इसके अलावा किसानों के नाम पर फर्जी बैंक खाते खोलकर MSP की राशि भी आपस में बाँटी गई। ये काम डीलरों, वितरकों और राशन दुकान मालिकों का एक नेटवर्क बनाकर किया गया। इस नेटवर्क ने सहकारी समितियों के साथ मिलकर किसानों के नाम पर बैंक अकॉउंट खुलवाए और फिर MSP की रकम अपनी जेब में डाल ली।
ईडी का कहना है कि ये घोटाला सालों से चल रहा है। 2022 में इस मामले में एफआईआर हुई थी और अक्टूबर 14, 2023 को एक बकीबुर रहमान नाम का व्यापारी गिरफ्तार हुआ था। इसके बाद इस मामले में पश्चिम बंगाल की मंत्री ज्योति प्रिया मलिक भी गिरफ्तार हुई थीं। आरोप था कि उनके खाद्य मंत्री रहने के कार्यकाल (2011-2021) के दौरान राशन वितरण अनियमितताएँ हुई थीं।