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सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या को जेल भेजो: बलिदानी कारसेवक के बेटे की माँग, बोले- ‘नकली फोर्स’ घुसवाकर की गई थी रामभक्तों की हत्या

स्वामी प्रसाद मौर्या1990 में अयोध्या में हुए गोलीकांड में मारे गए एक कारसेवक के पुत्र ने उत्तर प्रदेश सरकार से सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ कार्रवाई करने की माँग की है। बलिदानी कारसेवक राम अचल गुप्त के बेटे संजय कुमार ने कारसेवकों के नरसंहार को जायज बताने पर स्वामी प्रसाद मौर्या की गिरफ्तार करने की माँग की है। साथ में उन्होंने कुछ सोशल मीडिया हैंडल्स पर भी कारसेवकों को ‘अराजक तत्व’ बताने पर एक्शन लेने को कहा है।

संजय कुमार ने जिलाधिकारी अयोध्या को दिए गए एक पत्र में कहा है, “दिनाँक 10.01.2024 को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के हैंडल सूर्या समाजवादी ने एक घोर निंदनीय व आपत्तिजनक पोस्ट डाली है जिसमें 1990 में राम काज करते हुए बलिदानी कारसेवकों को अराजक तत्व कह कर संबोधित किया गया है। इसके अलावा समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्या का एक अन्य वीडियो शेयर किया गया है जिसमें सन 1990 में राम भक्तो के नरसंहार को जायज बताते हुए साफ सुना जा सकता है।”

स्वामी प्रसाद कारसेवक
संजय द्वारा दी गई शिकायत की कॉपी
गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्या ने 10 जनवरी, 2024 को उत्तर प्रदेश के कासगंज में तत्कालीन समाजवादी पार्टी सरकार द्वारा कारसेवकों पर गोली चलाने के आदेश को क्लीन चिट देते हुए कहा था, “जिस समय अयोध्या में राम मंदिर पर घटना घटी थी। वहाँ पर बिना किसी न्यायपालिका के निर्देश के, बिना किसी प्रशासनिक आदेश के बड़े पैमाने पर अराजत तत्वों ने तोड़फोड़ की थी। तत्कालीन सरकार ने संविधान की रक्षा के लिए, कानून की रक्षा के लिए, अमन चैन कायम करने के लिए उस समय जो गोली चलवाई थी वो सरकार का अपना कर्तव्य था। सरकार ने अपना कर्तव्य निभाया था।”

संजय कुमार ने अपने पत्र में आगे लिखा है, “मेरे पिता श्री राम अचल गुप्त 2 नवंबर 1990 को अयोध्या गोलीकांड में बलिदान हुए थे। मुझे 22 जनवरी राम मंदिर अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा में निमंत्रित किया गया है। एक बलिदानी कारसेवक का पुत्र होने के नाते मैं स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान व सूर्या समाजवादी के शब्दों से बुरी तरह आहत हूँ। साथ ही इन शब्दों से मेरे पिता श्री के साथ कारसेवा में गए कई जीवित कारसेवक और हिंदू समाज के अन्य लोग आक्रोशित हैं।”

संजय कुमार ने कहा है कि इस गोलीकांड के दौरान सांसद मुन्नन खान और उसके गुंडे नकली फ़ोर्स बना कर कारसेवकों की हत्या कर रहे थे। उन्होंने इस आरोप की जाँच की माँग की है। उनका कहना है कि 1987 में हाशिमपुरा कांड की जाँच करवाई जा सकती है तो फिर इसकी जाँच क्यों नहीं हो सकती। संजय कुमार ने यह कार्रवाई करने की माँग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश के डीजीपी विजय कुमार से की है।

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