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काले झंडों और जूतों से हुआ सनातन विरोधी स्वामी प्रसाद मौर्या का स्वागत, रोकना पड़ा काफिला: समाजवादी पार्टी ने आक्रोशित लोगों को कहा ‘गुंडा’

स्वामी प्रसाद मौर्या का काफिलाउत्तर प्रदेश के प्रयागराज से सटे कौशांबी में सनातन विरोधी समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्या को काले झंडे दिखाए गए हैं। कौशांबी में हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने स्वामी प्रसाद के काफिले को काले झंडे दिखाएँ और जमकर नारेबाजी की। इस दौरान हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन भी किया। वो स्वामी प्रसाद मौर्या के सनातन निरोधी बयानों का विरोध कर रहे थे।

कौशांबी में चल रहे ‘राष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव’ में शामिल होने के लिए स्वामी प्रसाद मौर्या वहाँ पहुँचे थे। इसी दौरान ‘हिंदू जागरण मंच’ के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे और जूते दिखाए। इसके बाद पुलिस ने दो कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।

कौशांबी जिले के मंझनपुर के सीओ अभिषेक सिंह ने बताया कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या मंझरपुर थाना इलाके में आयोजित ‘राष्ट्रीय बौध महोत्सव’ में हिस्सा लेने के लिए पहुँच रहे थे, तभी ये घटना हुई। यहाँ हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या का विरोध किया और काफिले का घेराव कर काला कपड़ा भी दिखाया।

इस मामले में समाजवादी पार्टी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। सपा ने एक्स पर लिखा- “कौशांबी में सपा के वरिष्ठ नेता एवं एमएलसी श्री स्वामी प्रसाद मौर्या जी की गाड़ी पर सत्ता संरक्षित गुंडों द्वारा हमला, अत्यंत निंदनीय. पिछड़ा विरोधी इस भाजपा सरकार में निरंतर पिछड़ों पर हो रहा आघात, शर्मनाक। मामले की जाँच कराए सरकार, आरोपितों के विरुद्ध हो सख्त से सख्त कार्रवाई।”

स्वामी प्रसाद मौर्या की भी इस मामले में प्रतिक्रिया सामने आई है। हर बार की तरह यहाँ भी उन्होंने विक्टिम कार्ड ही खेला। स्वामी प्रसाद मौर्या ने मीडिया से कहा, “दलितों, गरीबों, पिछड़े वर्ग पर सदियों से हमला हो रहा है, लेकिन हमारी संस्कृति हमलावरों को माफ करने की भी है… मुझे उम्मीद है कि वे अराजकता का रास्ता छोड़ेंगे।” उन्होंने कहा, “जिसके दिल में काला है, जिसका दिल काला है, जिसका मन काला है, जिसका विचार काला है, वह काला झंडा लेकर तो आयेगा ही।”

बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्या अक्सर सनातन विरोधी बयान देते रहे हैं। उन्होंने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय भी सनातन विरोधी बयान देते हुए रामचरित मानस को बकवास बताया था। स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा, “देखो-सुनो, पूरी दुनिया में भारत एक ऐसा देश है जहाँ पत्थरों में प्राण प्रतिष्ठा किया जाता है। हमारे समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता हैं भाटी जी, जिन्होंने कहा कि संत जी वो तो अच्छा है, अपने परिवार में मरने वाले लोगों की जनवासे होती हैं। उसमें भी प्राण प्रतिष्ठा कर दो। हमेशा जिंदा रहा करेंगे, फिर मरेंगे ही नहीं अमर हो जाएँगे।”

उन्होंने आगे कहा था, “अगर प्राण प्रतिष्ठा करने से पत्थर सजीव हो जाता है तो प्राण प्रतिष्ठा करने से मुर्दा क्यों नहीं चल सकता है। यहाँ पर पाखंड है, ढोंग है, आडंबर है। और वैसे भी जो खुद भगवान है, जो सबका कल्याण करता है। हम इंसान की क्या हैसियत की हम उसको प्राण प्रतिष्ठा करें।”

 

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