पाकिस्तान में आम चुनाव के ऐलान के बीच इमरान खान को बड़ी राहत मिली है। बीते साल सेना के ठिकानों पर हमले को लेकर उन्हें 12 मामलों में जमानत मिल गई है। इमरान खान के साथ ही उनके साथ विदेश मंत्री रहे शाह महमूद कुरैशी को भी राहत दी गई है। बता दें कि पाकिस्तान के चुनाव में जेल में रहते हुए भी इमरान खान के उम्मीदवारों का प्रदर्शन उम्दा रहा है। इमरान खान के समर्थकों ने निर्दलीय ही चुनाव लड़ा था। वहीं नवाज शरीफ ने सरकार बनाने का दावा पेश किया है। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि पीएमएल-एन और पीपीपी मिलकर सरकार बनाने को सहमत भी हो गए हैं।
बता दें कि बीते साल 9 मई को हुई हिंसा को लेकर इमरान खान समेत पीटीआई के कई अन्य नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। दरअसल इस्लामाबाद में इमरान खान की गिरफ्तारी हो गई थी। इसके बाद उनके समर्थकों ने हिंसक प्रदर्शन शुरू कर दिया। इमरान के समर्थक रावलपिंडी में सेना के परिसर में घुस गए औऱ जमकर तोड़फोड़ की। आरोप था कि इमरान खान के जमन पार्क स्थित आवास के बाहर पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी की गई। इसके अलावा लाहौर के पुलिस थाने पर भी हमला किया गया।
हिंसा के बाद इमरान खान के 100 से ज्यादा समर्थकों को गिरफ्तार किया गया था। वहीं 2022 में इमरान खान की सरकार गिर गई। इसके बाद कई मामलों में उन्हें दोषी करार दिया गया औऱ कई साल कैद की सजा सुना दी गई। कोर्ट ने इमरान खान को चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित करदिया। वहीं उनकी पार्टी का निशान बैट भी जब्त कर लिया गया। तोशाखाना केस में इमरान खान को तीन साल की सजा सुनाई गई थी।
हाई कोर्ट ने उनकी सजा रद्द कर दी लेकिन तब तक दूसरे मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में उन्हें 10 साल कैद की सजा सुनाई गई। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पाकिस्तान में पीटीआई के उम्मीदवारों ने 100 से ज्यादा सीटें जीत ली हैं। हालांकि यह आंकड़ा बहुमत से कम है। पाकिस्तान में कुल 265 सीटों पर चुनाव कराए गए थे। ऐसे में सरकार बनाने के लिए कम से कम 133 सीटों की जरूरत है जो कि किसी भी पार्टी के पास नहीं हैं।
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