Friday , November 22 2024

तो क्या अमेठी के कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता ही राहुल गाँधी को नहीं चाहते हैं? दीवारों पर लगे पोस्टर तो कुछ यही बया कर रहे हैं

पोस्टरों पर लिखा है – अमेठी की जनता करे पुकार, रॉबर्ट वाड्रा अबकी बार। निवेदक के रूप में ‘अमेठी की जनता’ लिखा हुआ है

राहुल गाँधी, रॉबर्ट वाड्रा, अमेठी, पोस्टरउत्तर प्रदेश के अमेठी लोकसभा क्षेत्र में रॉबर्ट वाड्रा के पोस्टर लगाए गए हैं। ये वही सीट है, जहाँ से राहुल गाँधी ने 2004, 2009 और 2014 में जीत दर्ज की थी। हालाँकि, 2019 में उन्हें यहाँ से हार का सामना करना पड़ा था। वो केरल के वायनाड से जीतने में कामयाब रहे। इस बार अटकलें लगाई जा रही थीं कि राहुल गाँधी फिर से अमेठी से केंद्रीय महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ ताल ठोकने जा रहे हैं।

लेकिन, उससे पहले अमेठी में उनके जीजा और प्रियंका गाँधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के पोस्टर लगा दिए गए हैं, ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या अमेठी के कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता ही राहुल गाँधी को नहीं चाहते हैं? पोस्टरों पर लिखा है – अमेठी की जनता करे पुकार, रॉबर्ट वाड्रा अबकी बार। निवेदक के रूप में ‘अमेठी की जनता’ लिखा हुआ है। गौरीगंज स्थित कॉन्ग्रेस कार्यालय के बाहर ही ये पोस्टर लगाए गए हैं। रॉबर्ट वाड्रा खुद भी वहाँ से चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुके हैं।

उन्होंने कहा था कि अमेठी की जनता चाहती है कि वो वहाँ से चुनाव लड़ें और लोकसभा में उनका प्रतिनिधित्व करें। सोशल मीडिया पर सक्रिय रॉबर्ट वाड्रा अक्सर जयंती-पुण्यतिथि वाले पोस्टर अपनी तस्वीर के साथ पोस्ट करते रहते हैं। वाड्रा के मुताबिक, अमेठी की जनता मानती है कि स्मृति ईरानी को चुन कर उन्होंने गलती की और वो इस गलती को सुधारना चाहती है। उन्होंने दावा किया था कि अमेठी से कई लोग उन्हें फोन भी करते हैं। हालाँकि, सोनिया गाँधी के दामाद ने ये भी कहा था कि आखिरी फैसला पार्टी को लेना है।

अमेठी के लिए कॉन्ग्रेस पार्टी ने अब तक उम्मीदवार की घोषणा ही नहीं की है। इसी बीच ‘जीजा जी’ की दावेदारी से वहाँ की राजनीति गर्म हो गई है। स्मृति ईरानी ने याद दिलाया कि कैसे लोग सफर के दौरान सीट पर रुमाल रख कर कब्ज़ा करते थे, अमेठी में वही हो रहा है। स्थानीय कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं में चर्चा है कि शुक्रवार (26 अप्रैल, 2024) को राहुल गाँधी वहाँ जाएँगे। अमेठी से संजय गाँधी एक बार, राजीव गाँधी 4 बार और सोनिया गाँधी भी एक बार सांसद रह चुकी हैं।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch