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संभल में मिले पाकिस्तान-अमेरिका में बने कारतूस, विदेशी फंडिंग का भी शक: मस्जिद सर्वे को रोकने के लिए क्या विदेशों से आए थे हथियार?

पुलिस की SIT और फॉरेंसिक की टीम को कुल 6 कारतूसों के खोखे मिले हैं। इनमें से 5 फायर हो चुके थे जबकि एक फायर नहीं हो पाया था। इनमें से एक पर ‘POF’ यानि पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री लिखा हुआ था।


समभा पाकिस्तानी कारतूसउत्तर प्रदेश के संभल में पुलिस को मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा की जाँच में पाकिस्तान और अमेरिका में बनी हुई कारतूस मिली हैं। इन्हें एक जगह नाली के पास से बरामद किया गया है। पुलिस को आशंका है कि इस पूरी हिंसा में विदेशी फंडिंग का लिंक भी हो सकता है। मामले में अब NIA की भी मदद लिए जाने के कयास लगाए गए हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंगलवार (3 दिसम्बर, 2024) को संभल में जाँच करने पहुँची पुलिस की SIT और फॉरेंसिक की टीम को कुल 6 कारतूसों के खोखे मिले हैं। इनमें से 5 फायर हो चुके थे जबकि एक फायर नहीं हो पाया था। इनमें से एक पर ‘POF’ यानि पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री लिखा हुआ था।

यह कारतूस 9 MM का था। वहीं एक कारतूस पर मेड इन USA लिखा हुआ था। यह कारतूस .32 कैलिबर का था। एक और कारतूस पर ‘FN-STAR’ लिखा हुआ था। यह सारे कारतूस फॉरेंसिक की टीम को एक नाली के पास मिट्टी में दबे हुए मिले। यहाँ फॉरेंसिक टीम 24 नवंबर को हुई हिंसा की जाँच के लिए मेटल डिटेक्टर समेत तमाम साजोसामान के साथ पहुँची थी।

विदेशी कारतूसों के अलावा बाक़ी तीन कारतूस में से दो 12 बोर जबकि एक .32 कैलिबर है। इनके विषय में पुलिस ने बताया है कि इनमें से किसी भी कारतूस का इस्तेमाल पुलिस नहीं करती। संभल के एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने इसे गंभीर करार दिया है। उन्होंने कहा है कि इस पूरे मामले की जाँच में अब यह एंगल भी जोड़ा जाएगा।

NIA की मदद भी इस मामले में विदेशी लिंक खोजने के लिए ली जा सकती है। कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया है कि विदेशी खोखों की जाँच करने के लिए उन्हें फॉरेंसिक एजेंसी के पास भेजा जाएगा और मामले में बैलिस्टिक एक्सपर्ट की राय माँगी जाएगी।

गौरतलब है कि 19 नवम्बर, 2024 को संभल में कोर्ट जिला अदालत ने जामा मस्जिद में सर्वे का आदेश दिया था। यह आदेश हिन्दू पक्ष की याचिका के बाद दिया गया था। हिन्दू पक्ष ने कहा था कि जहाँ आज जामा मस्जिद है, वहाँ पर कभी हरिहर मंदिर हुआ करता था, जिसे मुग़ल आक्रान्ताओं ने तोड़ दिया था।

19 नवम्बर को यह सर्वे पूरा नहीं हो पाया था, इसमें मुस्लिम भीड़ ने व्यवधान डाल दिया था। इसके बाद 24 नवम्बर को सर्वे के लिए टीम दोबारा पहुँची थी। इसी दौरान जामा मस्जिद के आसपास इलाकों में इकट्ठा हुई मुस्लिम भीड़ ने हिंसा चालू कर दी। इसमें कई पुलिस वाले घायल हुए और एक पुलिस अफसर अनुज चौधरी के गोली भी लगी।

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