अपनी ही साली पल्लवी पटेल के आरोपों में घिरे योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल अब सीधे अपनी ही सरकार को चुनौती देने लगे हैं। गुरुवार को लखनऊ में पत्नी और मोदी सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल के साथ मीडिया से बातचीत में यहां तक कह दिया कि वह कभी इस्तीफा नहीं देंगे। कहा कि इस्तीफा डरपोक देते हैं। अगर करना है तो बर्खास्त करें। मीडिया से बात करने से पहले आशीष पटेल ने मंच से कार्यकर्ताओं से यह भी हामी भराई की डरना है या लड़ना है। मंच से ही यूपी एसटीएफ को चुनौती देते हुए कहा कि तुम लोग पैर में गोली मारते हो, हिम्मत है तो मेरे सीने में गोली मारो।
आशीष पटले से जब कहा गया कि केवल अधिकारी तो यह सब नहीं कर सकते हैं। आखिर कौन है इन सभी के ऊपर। इस पर आशीष ने फिल्म अंधा कानून का गाना जितनी चाबी भरी राम ने उतना चले खिलौना सुना दिया। जब मीडिया ने पूछा यह राम कौन हैं तो आशीष ने जोर से जय श्रीराम कहा और मुस्कुराने लगे। बगल में बैठी अनुप्रिया पटेल भी इस पर हंस पड़ीं। इसी पर जब अगला सवाल हुआ कि मंत्री बने रहेंगे तो कहा कि मैं कहता हूं मुझे आज बर्खास्त कर दिया जाए। इस्तीफा तो डरपोक देते हैं। बर्खास्त कीजिए।
पल्लवी धरना मास्टर, भाजपा में आना चाहती हैं
इससे पहले आशीष पटेल ने गुरुवार को पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच अपनी बात रखी। जिसमें उन्होंने सिराथू विधायक पल्लवी पटेल पर जमकर भड़ास निकाली। उन्हें धरना मास्टर कहते हुए संबोधित किया और कहा कि वह खिलौना हैं। मैं डरने वाला नहीं हूं। थप्पड़ खाकर चुप रहने वाला नहीं हूं।
आशीष पटेल ने कहा कि डराकर कोई मेरी आवाज बंद नहीं करा सकता है। मेरी गलती है कि मैंने 14 में से सात इंजीनियरिंग कालेजों के डायरेक्टर वंचित वर्ग से बनाए। पिछड़े, दलित वंचित वर्ग के हितों की रक्षा की है, यह मेरी गलती है। उन्होंने पल्लवी पटेल पर हमला करते हुए कहा कि धरना मास्टर बहुत परेशान हैं कि भाजपा कैसे ज्वाइन कर लें। सिर्फ इतना कहूंगा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व को स्वीकार कीजिए। आपने जिस जिस को धोखा दिया है सब आपसे सब पीड़ित हैं।
हर षड्यंत्र का जवाब दिया जाएगा: अनुप्रिया पटेल
विशेष बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अपना दल (सोनेलाल) की अध्यक्ष केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि अपना दल किसी से दबने और डरने वाला नहीं है। सामाजिक न्याय की लड़ाई और भी मजबूती से लड़ी जाएगी। हर एक षड़यंत्र का जवाब संगठन की ताकत से दिया जाएगा। जो षड्यंत्र करने वाली ताकतें हैं, वह कान खोलकर सुन लें कि अगर उन्हें गलतफहमी है कि डरकर अपना दल सामाजिक न्याय के विषय पर बोलना बंद करेगा तो ऐसा नहीं होगा। आज का दिन खुशियां बांटने का है लेकिन अपना दल के साथ कुछ ऐसे घटनाक्रम हुए कि हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं के मन में पीड़ा है। हमें जवाब देना आता है।