बर्मिंघम। बर्मिंघम टेस्ट के पहले दिन तीसरे सेशन में एक समय टीम इंडिया मुश्किलों में थी, लेकिन कप्तान विराट कोहली द्वारा इंग्लैंड की पारी के 63वें ओवर में विपक्षी कप्तान जो रूट का रनआउट दो वजहों से खास रहा.
पहला इसलिए क्योंकि जिस समय जो रूट क्रीज पर थे इंग्लैंड की स्थिति बेहद मजबूत थी और उसका स्कोर 216 रन पर 3 विकेट था. रूट के आउट होते ही इंग्लैंड के अगले 3 विकेट महज 27 रनों से अंदर ही गिर गए.
दूसरा भारतीय कप्तान विराट कोहली ने वनडे सीरीज के दौरान रूट के बल्ला फेंककर मनाए गए जश्न पर अपना बदला ले लिया. दरअसल, वनडे सीरीज के आखिरी मुकाबले में रूट ने शतक पूरा कर विराट की ओर देखते हुए हाथ से अपना बल्ला गिराया. शायद वह ऐसा कर जताना चाहते थे कि टेस्ट सीरीज में भी उनका यही फॉर्म बरकरार रहेगा.
कोहली अपना हिसाब हमेशा बराबर रखते हैं. उन्होंने आखिरी सेशन में रूट को अपने शानदार डायरेक्ट थ्रो पर रन आउट कर शतक से महरूम कर दिया. साथ ही अपने ही अंदाज में जश्न मना कर उनसे वनडे सीरीज का अपना बदला भी पूरा कर लिया.
आपको बता दें कि इंग्लैंड के सीमित ओवरों के कप्तान इयोन मॉर्गन को भी रूट का बल्ला गिराकर जश्न मनाने का वह अंदाज पसंद नहीं आया था, लेकिन इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने ट्वीट कर लिखा- रूट का शर्ट उतारकर मैदान का चक्कर लगाने के बजाए बल्ला गिराना अच्छा लगा हो, तो री-ट्वीट कीजिए. साथ ही उन्होंने एंड्रयू फ्लिंटॉफ की वानखेड़े स्टेडियम शर्ट में लहराने वाली वो तस्वीर भी शेयर की.
दरअसल, इंग्लैंड की टीम 2002 में भारत दौरे पर थी, तब मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए वनडे में भारत को हराने के बाद फ्लिंटॉफ ने मैदान में शर्ट उतार कर लहराई थी. इसके बाद भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने जुलाई 2002 में नेटवेस्ट सीरीज के फाइनल इंग्लैंड को हराने के बाद लॉर्ड्स की बालकनी से अपनी शर्ट लहराई थी.