नई दिल्ली। बर्मिंघम टेस्ट में भारत की इंग्लैंड के हाथों भले ही हार हो गई हो लेकिन टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली इस मैच में भारत के हीरो बन कर ही निकले. विराट ने पहली पारी में 149 रन बनाकर अकेले इंग्लैंड से लोहा लिया और भारत को न केवल मैच में बनाए रखा बल्कि इंग्लैंड को भी कड़ा मुकाबला दिया. दूसरी पारी में विराट ने शानदार 51 रन बनाए. उनके आउट होने के बाद ही मैच इंग्लैंड के पक्ष में जा सका. इस मैच में विराट ने पहली पारी में शतक बनाने के बाद अपना लॉकेट चूमा था जिसमें उनकी शादी की अंगूठी थी.
विराट एक फैशन स्टेटमेंट भी हैं. मैदान पर उनके हर मूवमेंट पर उनके फैंस और आलोचकों के अलावा सभी का ध्यान रहता है. शतक के बाद उनका लॉकेट चूमना भी काफी चर्चा में रहा. लेकिन भारत के एक पूर्व क्रिकेटर को अपना समय याद आ गया. हम बात कर रहे हैं विनोद कांबली की. कांबली ने विराट की लॉकेट चूमने वाली तस्वीर के बारे में एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने उस तस्वीर के साथ अपनी भी एक तस्वीर शेयर की जिसमें वे भी क्रिकेट मैदान में लॉकेट चूमते नजर आ रहे हैं.
विनोद कांबली ने कोहली और अपनी तस्वीर को साथ में पोस्ट किया और कहा, “एक ही तरह का सेलिब्रेशन, एक की पत्नी ने उसे देखा लेकिन दूसरे की पत्नी घर पर थी”. विनोद कांबली की लॉकेट चूमते हुए यह तस्वीर 1996 वर्ल्ड कप की है, जब उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ शतक लगाने के बाद अपना लॉकेट चूमा था.
A celebration of similar fashion.. One’s wife witnessed it, another’s was at home.. #LordoftheRINGSpic.twitter.com/7RXz8ToP2P
— VINOD KAMBLI (@vinodkambli349) August 3, 2018
6 मार्च 1996 को कानपुर में हुए इस मैच में कांबली ने मैच विनिंग परफॉर्मेंस किया था. इस मैच में एक समय जिम्बाब्वे के खिलाफ भारत का स्कोर 32/3 था और कांबली ने 106 रन बनाए थे जिसकी बदौलत भारत जिम्बाब्वे के लिए 258 रनों का लक्ष्य दे पाया था. इस मैच में भारत 40 रनों से जीता था.
विनोद कांबली ने 1991 से 2000 तक भारत के लिए 17 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 1084 रन बनाए हैं और 104 वनडे खेले हैं जिसमें उन्होंने 2477 रन बनाए. विनोद कांबली ने साल 1993 में अपने दूसरे ही टेस्ट मैच में इंग्लैंड के ही खिलाफ शानदार दोहरा शतक लगाया था. इसके अगले ही मैच में जिम्बाब्वे के खिलाफ दोहरा शतका लगाकर और श्रीलंका के खिलाफ भी शतक लगा कर तहलका मचा दिया था. वे एकमात्र क्रिकेटर हैं जिन्होंने तीन पारियों में तीन अलग अलग विरोधी टीमों के खिलाफ 100 से ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया था.