नई दिल्ली। बुधवार की शाम मुंबई के चेंबूर में एक बड़े हादसे की खबर है. यहां बीपीसीएल प्लांट में आग लग गई है. यह आग एक बड़े धमाके के बाद लगी. आग को काबू करने के लिए दमकल विभाग की 1 दर्जन से अधिक गाड़ियां आग पर काबू पाने की कवायद में लगी हुई हैं. पूरे परिसर को खाली करा लिया गया है.
आग लगने के बाद प्लांट के कर्मचारियों में भगदड़ मच गई. इस घटना में किसी के हताहत होने के समाचार नहीं मिले हैं. दमकल विभाग के अलावा स्थानीय प्रशासन और बीपीसीएलके आला अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं. फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के अलावा 2 फोम टेंडर और 2 जंबो टैंकर भी आग को बुझाने में लगे हुए हैं. प्लांट के अंदर मौजूद लोगों को भी बाहर निकालने का काम किया जा रहा है. बड़ी संख्या में कर्मचारियों को वहां से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है. प्लांट के आसपास के इलाकों को भी खाली करा लिया गया है. इस घटना में 21 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है.
बताया जा रहा है कि प्लांट के एक बॉयलर में दोपहर करीब 3 बजे तेज धमाका हुआ. धमाके के बाद पूरे प्लांट धूएं से भर गया और आग की ऊंची-ऊंची लपटें उठने लगीं. वहां मौजूद कर्मचारियों में भगदड़ मच गई.
#UPDATE: 21 people injured including 1 in critical condition, in fire that broke out at Hydro Cracker plant of BPCL (Bharat Petroleum Corporation Limited) refinery, in Chembur. #Maharashtra https://t.co/iBHcBVBJwR
— ANI (@ANI) 8 अगस्त 2018
बीपीसीएल के प्रवक्ता सुंदरराजन ने बताया कि इस घटना में कई लोग घायल हुए हैं, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आग को काबू पाने की हर संभव कोशिश की जा रही है. आग बुझाने के काम में रिफायनरी की फायर टीम भी जुटी हुई है. उन्होंने बताया कि माहुल स्थित रिफायनरी के कंप्रेशनर शेड में यह हादसा हुआ था.
अन्य पेट्रोलियम कंपनियों के प्लांट
चेंबूर इलाके में भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के अलावा एचपीसीएल रिफाइनरी और आरसीएफ के प्लांट भी इसी इलाके में हैं. प्लांट के कर्मचारियों के लिए आवासीय कालोनी भी यहां बनी हुई हैं. यहां नजदीक ही वडाला इलाका है जहां बड़े पैमाने पर झुग्गी-झोपड़ियां हैं. इसलिए यह इलाका सुरक्षा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील माना जाता है.
यहां तैयार होता है यूरो-5 स्टैंडर्ड का ईंधन
चेंबूर स्थित यह प्लांट भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लि (बीपीसीएल) का सबसे बड़ा प्लांट बताया जाता है. पिछले तीन साल से यहां ‘यूरो 5’ स्टैंडर्ड के पेट्रोल-डीजल का निर्माण किया जा रहा है.