लॉर्ड्स टेस्ट में टीम इंडिया को एक पारी और 159 रनों से हार का सामना करना पड़ा. इस हार के साथ मेहमान टीम पांच मैचों की सीरीज में 2-0 से पिछड़ गई है. टीम इंडिया के बल्लेबाज दोनों ही पारियों में इंग्लैंड के गेंदबाजों के आगे नतमस्तक नजर आए. पहली पारी में टीम इंडिया जहां 107 रनों पर ढेर हो गई वहीं दूसरी पारी में 130 रनों पर ऑलआउट हो गई. टीम इंडिया कि इस हार के बाद सोशल मीडिया पर कोच रवि शास्त्री को बेदखल करने की मांग जोर पकड़ रही है. कुछ लोग राहुल द्रविड़ को टीम इंडिया का नया कोच बनाने की सिफारिश कर रहे हैं तो कुछ लोग पूर्व में कुंबले को कोच पद से हटाए जाने को लेकर दुख व्यस्त कर रहे हैं.
एचडी दुबे लिखते हैं, “भारतीय टीम के कोच बनने के रवि शास्त्री कभी काबिल नहीं थे. शायद बड़े खिलाड़ियों से दोस्ती उनके लिए काम कर गई. रवि बीसीसीआई के ब्लू आई बॉय रहे हैं.”
नेम अहम लिखते हैं, “शेर और ढेर ये भारतीय क्रिकेट टीम के लिए दो बड़े शब्दे हैं. रवि शास्त्री को अब जवाब देना होगा कि आखिर एकाएक क्या गड़बड़ हो गई.”
विकास कुमार लिखते हैं, “रवि शास्त्री भारतीय टीम के कोच बनने के काबिल ही नहीं हैं.”
देबांकन मुखर्जी लिखते हैं, “टीम को योयो फिटनेस टेस्ट के आधार पर सिलेक्ट करने का मतलब ही क्या हुआ जब आप पारी से हारे. यह तो ऐसा हुआ कि सॉफ्टवेयर कंपनी अनिवार्य ट्रेनिंग पूरी करने पर कर्मचारियों को सैलरी में बढ़ोतरी दे रही है बजाय बेहतर काम के.”
रोहित बिष्ट लिखते हैं, “सिर्फ 2 टेस्ट के बाद रोहित शर्मा को बाहर निकाल दिया गया अब रवि शास्त्री को बाहर निकाला जाना चाहिए.”
हेमंता साकिया लिखते हैं, “क्या रवि शास्त्री कुंबले से बेहतर कोच हैं.”
अंक लिखते हैं, “रवि शास्त्री की यहां क्या भूमिका है? यहां कोई योजना और तैयारी नहीं दिखाई देती. यह कहने में दुख हो रहा है लेकिन कोई नहीं समझा कि क्यों कोहली कुंबले को हटाना चाहते थे और शास्त्री को कोच बनते देखना
चाहते थे. ये दोनों टीम इंडिया को गांगुली युग के पहले घसीट ले गए हैं.”
विक्रांत गुप्ता लिखते हैं, “सच ये है कि टीम मैनेजमेंट कुछ ज्यादा ही ढिलाई देने लगा था. अब सवाल उनसे पूछे जाने चाहिए जो सोचते हैं कि खिलाड़ियों को प्रैक्टिस मैच और प्रैक्टिस के दौरान छुट्टी दे देनी चाहिए. शुतुरमुर्ग की तरह
इसे ऐसे ही मत जाने दीजिए.”
श्रीनिवासा पोकाला लिखते हैं, “रवि शास्त्री के पास कोच के तौर पर कोई योग्यता नहीं है. द. अफ्रीका में हारे और अब इंग्लैंड में हारने वाले हैं. कोहली ने गुरूर में आकर कुंबले को बाहर निकलवा दिया, जो भारत के विनिंग चैंपियन थे.
पूरी टीम ने इंग्लैंड के सामने हथियार डाल दिए. बेहद शर्मनाक.”
गौरव लिखते हैं, “रवि पियक्कड़ शास्त्री, अनिल कुंबले ने प्रैक्टिस में ध्यान लगाया. शास्त्री ने शराब में ध्यान लगाया… बेहद निराशाजनक.”
रवि शास्त्री एजबेस्टन टेस्ट के दौरान बीच मैच में सोते नजर आए थे जिसको लेकर भी लोगों ने उनकी खूब क्लास लगाई थी. गौरतलब है कि पिछले साल कुंबले को टीम इंडिया के कोच के पद से हाटकर विराट कोहली के इशारे पर रवि शास्त्री को टीम इंडिया का कोच बनाया गया था. जिसको लेकर खासा बवाल हुआ था.
साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।