नई दिल्ली। सामाजिक कार्यकर्ता और वकील प्रशांत भूषण ने सोमवार को बीजेपी सरकारपर देश में भय का वातावरण बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के खिलाफ बोलने वाले लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. जेएनयू के छात्र उमर खालिद पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा किए गए कथित हमले के कुछ मिनट बाद ‘खौफ से आजादी’ कार्यक्रम में यहां बोलते हुए भूषण ने कहा, ‘यह भय पैदा करने के लिए किया गया ताकि कोई भी सरकार के खिलाफ आवाज न उठाए.’
उन्होंने कहा, ‘सरकार के खिलाफ बोलने की वजह से उमर खालिद और कन्हैया कुमार जैसे लोगों को निशाना बनाया जा रहा है और इन्हें देशद्रोही और नक्सली कहा जा रहा है. हमें सोशल मीडिया पर गाली दी गई. महिलाओं को बलात्कार की धमकियां मिली. ‘खालिद कांस्टीट्यूशन क्लब में इस कार्यक्रम को संबोधित करने वाले थे लेकिन हमले के बाद वह ऐसा नहीं कर सके. बीजेपी को ‘फासीवादी’ बताते हुए भूषण ने लोगों से अपील की कि वे इस तरह की मानसिकता के खिलाफ लड़ें.
बता दें कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र और देशद्रोही नारों के मामले में आरोपी उमर खालिद पर सोमवार को एक अज्ञात शख्स ने कथित तौर पर गोली चला दी. उन पर ये हमला दिल्ली में कॉन्सिटीट्यूशन क्लब के बाहर किया गया. हालांकि इस हमले में उमर खालिद बाल बाल बच गए. उन्हें किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि जब खालिद क्लब के गेट पर थे तब दो गोलियां चलाई गईं. खालिद ‘यूनाइटेड अगेंस्ट हेट’ संगठन के ‘खौफ से आजादी’ नामक एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे.
एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, यहां पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. हम सभी लोग टी स्टॉल पर खड़े थे. इतने में एक आदमी आया, उसने सफेद रंग की शर्ट पहन रखी थी. उसने धक्का दिया और फायर दिया. इस कारण उमर नीचे गिर पड़े और इस कारण गोली उन्हें नहीं लगी. हमने उसे पकड़ना चाहा, लेकिन वह हवाई फायर करते हुए वहां से निकल गया.