काम के दौरान अक्सर लोगों की चाय पीने की आदत होती है। कभी थकान दूर करने के लिए तो कभी दिमाग को तरोताजा रखने के लिए चाय-कॉफी का सेवन किया जाता है। आजकल की जीवनशैली में अधिकांश लोग एक जगह देर तक बैठे रहकर होने वाले काम करने को मजबूर हैं। ऐसे में मानसिक थकान होना स्वाभाविक है। इसी थकान के उपाय के तौर पर कुछ कॉफी, काली चाय आदि पेय पदार्थों का सेवन करते हैं। ग्रीन टी ऐसी अवस्था में एक बेहतर और स्वास्थ्यवर्धक पेय होता है। एंटी बैक्टीरिल, एंटी फंगल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर ग्रीन टी सांसो की बदबू से लेकर ब्लड प्रेशर तक के लिए बेहद फायदेमंद है। ग्रीन टी पर किए गए बहुत से अध्ययन बताते हैं कि यह एलर्जी से लड़ने में भी काफी कारगर साबित होता है।
कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में – शरीर में हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से दिल संबंधी बीमारी का खतरा काफी बढ़ जाता है। ग्रीन टी में कैटेचिन्स नाम का तत्व पाया जाता है, जो लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
सेहतमंद त्वचा के लिए – ग्रीन टी में एंटी ऑक्सीडेंट तथा एंटी एजिंग तत्वों की भरमार होती है। यह बढ़ती उम्र की वजह से चेहरे पर होने वाले बदलावों को कम करने में मदद करती है। साथ ही साथ झुर्रियों और सांवलेपन को भी दूर करने का काम करती है। ग्रीन टी का नियमित सेवन शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर करता है तथा त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
इम्यूनिटी दुरुस्त करने में – ग्रीन टी में पॉलीफेनॉल और फ्लैवोनॉइड नाम के तत्व पाए जाते हैं, जो प्रतिरक्षा तंत्र को दुरुस्त रखने का काम करते हैं। यह शरीर में संक्रमण से भी लड़ने का काम करते हैं।
कफ दूर करने में – ग्रीन टी में मौजूद पॉलीफेनॉल एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में हमारी सहायता करते हैं तथा कफ इकट्ठा होने से रोकते हैं। ग्रीन टी तैयार करते समय उसमें थोड़ा शहद मिलाकर सेवन करने से बेहतर लाभ मिलता है।