मुंबई। मुंबई के परेल इलाके में स्थित एक बहुमंजिला इमारत की 12वीं मंजिल पर बुधवार (22 अगस्त) को आग लगने की घटना में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 21 अन्य घायल हो गए. पुलिस ने बुधवार रात बिल्डर को गिरफ्तार कर लिया. भोईवाड़ा पुलिस थाना के एक अधिकारी ने बताया कि इमारत के डेवलपर अब्दुल रज्जाक इस्माइल सुपारीवाला के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का एक मामला दर्ज किया गया, जिसके बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
#Mumbai:FIR lodged u/s 304,336,337,338 IPC & section 3(3) of Maharashtra Fire Prevention & Life Safety Act 2006 against accused Abdul Razak Ismail Supariwala (developer) in connection with fire incident at Crystal Tower today.4 people died&22 persons were injured in the incident.
— ANI (@ANI) August 22, 2018
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हिंदमाता सिनेमा के पास 17 मंजिला क्रिस्टल टावर से करीब तीन दर्जन लोगों को सुरक्षित निकाला गया. बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के मुताबिक, इस इमारत के पास अनिवार्य कब्जा प्रमाण-पत्र (ऑक्यूपेशन सर्टिफिकेट) नहीं था. लेकिन करीब 58 फ्लैट मालिकों का इसमें कब्जा था.
बीएमसी ने एक बयान में कहा कि इमारत के बिल्डर और इसके 58 निवासियों को 2016 में नोटिस जारी किया गया था और सात दिनों के अंदर इमारत खाली करने को कहा गया था. लेकिन इसे अदालत में चुनौती दी गई थी. आग लगने के बाद अग्निशमन विभाग ने आज एक बार फिर इमारत को असुरक्षित घोषित कर दिया और बिजली तथा पानी की आपूर्ति काटने की सिफारिश की.
विभाग ने असुरक्षित इमारत में लोगों को रहने की अनुमति देने वाले लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने की भी पुलिस से सिफारिश की है. विभाग के अनुसार आग लगने की सूचना बुधवार (22 अगस्त) की सुबह 8 बजकर 32 मिनट पर मिली और करीब तीन घंटे बाद इस पर काबू पा लिया गया. अधिकारियों ने बताया कि प्रभावित मंजिल पर मरम्मत कार्य चल रहा था, लेकिन आग लगने के वास्तविक कारण का पता उचित जांच के बाद ही साफ हो सकेगा.
दमकल विभाग के प्रमुख पी. एस. रहांगदले ने बताया कि धुएं और गर्मी के कारण ऊपरी मंजिलों पर लोग फंस गए और 30 से 35 लोगों को बचाया गया. बीएमसी ने बयान में कहा कि एक बुजुर्ग महिला सहित चार लोगों की मौत हो गयी और 21 लोग घायल हो गए. मृतकों की पहचान बबलू शेख (36), शुभदा शेलके (62), अशोक संपत और संजीव नायर के रूप में हुई है.
इमारत में रहने वाले एक शख्स ने कहा कि मैंने जीवन भर की अपनी कमाई से इस इमारत में एक फ्लैट खरीदा था. अब कहा जा रहा है कि यह इमारत असुरक्षित है. यह काफी परेशान करने वाली बात है. इसमें हमारी क्या गलती है? मैं अपने बच्चों और परिवार को लेकर कहां जाऊं.