Saturday , November 23 2024

हनुमा विहारी बिना टेस्ट खेले ही ब्रैडमैन के करीब, कोहली दूर-दूर तक नहीं

नई दिल्ली। इंग्लैंड के खिलाफ चौथे व पांचवें टेस्ट के लिए जब भारतीय क्रिकेट टीम की घोषणा हुई तो इसमें पृथ्वी शॉ और हनुमा विहारी नए नाम थे. ज्यादातर क्रिकेटप्रेमियों को टीम में बदलाव की उम्मीद तो थी, पर उनकी संभावित टीम में हनुमा की जगह नहीं थी. वे टीम में पृथ्वी शॉ के साथ मयंक अग्रवाल के आने की उम्मीद कर रहे थे. पृथ्वी और मयंक दोनों ने पिछले दो महीने में एक हजार से अधिक रन बनाए हैं. हनुमा ने इस दौरान करीब 600 रन बनाए हैं.

फर्स्टक्लास: मौजूदा क्रिकेटरों में सबसे अधिक औसत
हनुमा फर्स्टक्लास क्रिकेट के स्पेशलिस्ट माने जाते हैं. वे क्रिकेट के इस फॉर्मेट में सर डॉन ब्रैडमैन के बेहद करीब हैं. ब्रैडमैन ने 234 मैचों में 95.14 की औसत से 28,067 रन बनाए हैं. टेस्ट क्रिकेट की तरह फर्स्टक्लास में भी ब्रैडमैन का औसत सबसे अधिक है. दिलचस्प यह है कि जब बात फर्स्टक्लास क्रिकेट में औसत की हो तो हनुमा विहारी इस लिस्ट में टॉप-10 में हैं. वे मौजूदा क्रिकेटरों में एकमात्र बल्लेबाज हैं जो इस लिस्ट के टॉप-10 में हैं. उन्होंने 63    मैचों में 59.79 की औसत से 5142 रन बनाए हैं. इनमें 15 शतक शामिल हैं.

सचिन तेंडुलकर 14वें और विराट 44वें नंबर पर
सचिन तेंडुलकर के नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक शतक से लेकर सबसे अधिक रन जैसे अनेक रिकॉर्ड हैं. लेकिन फर्स्टक्लास क्रिकेट की सबसे अधिक औसत की इस लिस्ट में वे 14वें नंबर पर हैं. मौजूदा समय के बेस्ट बल्लेबाज विराट कोहली तो इस लिस्ट के टॉप-40 में भी नहीं हैं. वे इस लिस्ट में 44वें नंबर पर हैं. उन्होंने 100 मैचों में 53.97 की औसत से 8043 रन बनाए हैं.

टॉप-50 में भारत के 20 क्रिकेटर, विजय मर्चेंट नंबर-2
फर्स्टक्लास क्रिकेट की सबसे अधिक औसत की इस लिस्ट में भारत के 20 खिलाड़ी हैं. विजय मर्चेंट, सर डॉन ब्रैडमैन के बाद दूसरे नंबर पर हैं. उन्होंने 150 मैचों में 71.64 की औसत से 13,470 रन बनाए हैं. अजय शर्मा 67.46 की औसत के साथ चौथे नंबर पर हैं. विनोद कांबली 10वें, विजय हजारे 11वें, सुरेंद्र भावे 13वें और सबा करीम 20वें नंबर पर हैं. राहुल द्रविड़, चेतेश्वर पुजारा, रोहित शर्मा श्रेयस अय्यर भी टॉप-50 में शामिल हैं.

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch