नई दिल्ली। दिल्ली बीजेपी ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी (आप) जाति की राजनीति करने की कोशिश कर रही है. बीजेपी ने यह आरोप तब लगाया जब ‘आप’ की वरिष्ठ नेता और इसके संभावित लोकसभा उम्मीदवारों में से एक आतिशी मार्लिना ने अपना अंतिम नाम हटा लिया है. आतिशी को पार्टी द्वारा पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से उम्मीदवार के तौर पर पेश किया जा रहा है.
‘आप’ के एक सूत्र ने कहा था कि आतिशी का उपनाम सिंह था और दूसरा उपनाम मार्लिना उनके माता-पिता ने कम्युनिस्ट विचारकों कार्ल मार्क्स तथा व्लादिमीर लेनिन के नामों को मिलाकर दिया था. पार्टी पहले ही इन आरोपों को खारिज कर चुकी है कि उसने आतिशी को अपना अंतिम नाम हटाने को मजबूर किया क्योंकि मार्लिना नाम ईसाई नाम से मिलता-जुलता प्रतीत होता है.
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आरोप लगाया कि ‘आप’ का मानना है कि आतिशी का जातिगत उपनाम राजनीतिक रूप से घातक हो सकता है और इसलिए उसने उन्हें उपनाम हटाने को विवश कर दिया. तिवारी ने कहा कि आम आदमी पार्टी राजनीतिक खेल के लिए राजनीति में किसी भी निचले स्तर पर जाने को हमेशा तैयार रहती है, चाहे यह जाति की राजनीति हो या धार्मिक भावनाएं भड़काने की.
मनोज तिवारी ने इस कदम की निंदा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राजधानी के सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक माहौल को खराब करने से बचना चाहिए. अन्यथा, अगले चुनाव में उन्हें भारी कीमत चुकानी होगी.
तिवारी ने कहा कि यह खेदजनक है कि जो लोग राजनीति में बदलाव करने के नाम पर राजनीति में आए थे, वे जाति की राजनीति करने तथा धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश कर रहे हैं.
आतिशी के ट्विटर एकाउंट पर अब “@आतिशीआप”, दिखाई देता है, जबकि पहले यह @आतिशीमार्लिना लिखा होता था. पार्टी की आधिकारिक वेबसाइट पर भी उनका नाम बदल दिया गया है. पोस्टरों और पर्चों में भी अब उनका पहला नाम आतिशी ही दिखाई देता है.