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अखिलेश यादव का दावा- बीजेपी के सबसे बड़े नेता संग मीटिंग कर चुके हैं अंकल और चाचा

लखनऊ। लंबी चुप्पी के बाद अखिलेश यादव ने अपने अंकल पर हमला बोला है. अमर सिंह को वे अंकल कह कर बुलाते रहे हैं. एबीपी न्यूज़ से बातचीत में अखिलेश ने कहा,” अंकल तो मिसाइल हैं, उन्हें गाइड कौन कर रहा है? हमारा मुक़ाबला उन्हें गाइड करने वालों से है.”

पिछले कुछ दिनों में राज्य सभा सांसद अमर सिंह ने उनके बारे में बहुत भला बुरा कहा है. अखिलेश अपने चाचा शिवपाल यादव को लेकर कुछ बोलने से बच रहे हैं. बार बार पूछने पर अखिलेश ने उनका नाम लिए बग़ैर कहा कि अंकल, चाचा और बीजेपी के सबसे बडे नेता की मीटिंग हो चुकी है.

उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ लोगों ने उन्हें बताया है. शिवपाल यादव भी अब समाजवादी पार्टी से अलग रास्ते पर जाने का मन बना चुके हैं. वे कहते हैं मैं समाजवादी सेक्युलर मोर्चा को मज़बूत करूँगा. कई छोटी पार्टियों के वे सम्पर्क में भी हैं. शिवपाल यादव हर हाल में अगला लोकसभा चुनाव लड़ने के मूड में हैं. अखिलेश यादव का कहना है कि अमर सिंह और शिवपाल यादव के बहाने बीजेपी मुद्दों से ध्यान हटाने में लगी है. वे कहते हैं बीजेपी तो इस खेल में माहिर है. हर चुनाव से पहले बीजेपी यही करती रही है.

अखिलेश यादव ने बीजेपी पर उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सरकारी घर छोड़ दिया लेकिन उन पर घर में तोड़ फोड़ करने का आरोप लगाया जा रहा है. हिंदू युवा वाहिनी के लोगों से अदालत में पीआईएल कराये जा रहे हैं.

अखिलेश ने कहा कि वे रहने के लिए अपना घर बनाना चाहते थे लेकिन बीजेपी सरकार ने इसके लिए नक़्शा तक पास नहीं किया. मुझ पर होटल बनवाने के आरोप लगाए गए. अखिलेश कहते हैं कि गोरखपुर, फूलपुर और कैराना चुनाव हारने के बाद बीजेपी डर गई है इसीलिए साज़िशें की जा रही है हम सबको लड़ाने भिड़ाने में बीजेपी जुटी हुई है.

अखिलेश यादव ने बताया कि यूपी से ही देश में बदलाव की शुरूआत होगी. गठबंधन के नतीजे ही देश में नया प्रधान मंत्री बनायेंगे. अखिलेश ने कहा कि हम यूपी में अपने गठबंधन में छोटी पार्टियों को भी साथ रखेंगे. उनकी मानें तो राजस्थान, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड में समाजवादी पार्टी का बहुत प्रभाव नहीं है लेकिन मध्य प्रदेश के कुछ इलाक़ों में पार्टी का जनाधार है. अखिलेश ने बताया कि वे चाहते हैं कि कांग्रेस पार्टी उनके लिए कुछ सीटें छोड़ दे. इसके लिए कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया से एक राउंड बात हुई है.

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