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राफेल सौदे पर राहुल गांधी ने की JPC की मांग, शाह बोले ‘झूठी पार्टी कांग्रेस’

नई दिल्ली। राफेल विमान सौदे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और वित्त मंत्री अरुण जेटली के बीच ट्विटर पर वार-पलटवार का दौर जारी रहा. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा वित्त मंत्री अरुण जेटली को मामले की संयुक्त संसदीय समिति (JPC) से जांच कराने की चुनौती का जवाब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने JPC का मतलब ‘झूठी पार्टी कांग्रेस’ से दिया है.

दरअसल ट्विटर पर इस नोंक-झोंक की शुरूआत वित्त मंत्री अरुण जेटली की तरफ से हुई जब उन्होंने फेसबुक ब्लॉग के जरिए कांग्रेस और राहुल गांधी से 15 सवाल पूछे. जेटली ने यह फेसबुक ब्लॉग ट्विटर पर भी साझा किया. जिसके जवाब नें राहुल गाधी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली को राफेल विमान सौदे पर चुनौती देते हुए ट्वीट में लिखा “ग्रेट राफेल रॉबरी पर फिर से देश का ध्यान दिलाने के लिए शुक्रिया जेटली जी. क्यों न इस मामले को निपटाने के लिए संयुक्त संसदीय समिति से जांच करा ली जाए? समस्या यह है कि आपके सुप्रीम लीडर अपने दोस्त को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, और इसलिए थोड़ी तकलीफ हो सकती है. पता कर लीजिए, और 24 घंटे में जवाब दीजिए. हम इंतज़ार कर रहे हैं”

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की इस चुनौती के जवाब में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ताबड़तोड़ तीन ट्वीट दाग दिए. जेटली ने ट्वीट में लिखा, “आपने राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में किए गए राफेल सौदे पर मेरे सवालों का जवाब देने का प्रयास नहीं किया राहुल जी. कोई जवाब नहीं दिया गया, जाहिर है झूठ का सहारा लेने वाले जवाब दे भी नहीं सकते. राहुल जी, सत्य बांधता है, जबकि असत्य बिखर जाता है- यही हश्र राफेल पर आपके झूठ का होगा. आपको याद दिला दूं कि 1987 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने शंकरानंद जी की अध्यक्षता में बोफोर्स सौदे पर जेपीसी का गठन किया था. जिसकी रिपोर्ट में रिश्वतखोरी के आरोप को खत्म कर दिया गया. पूरी दुनिया ने जेपीसी के निष्कर्ष को खारिज किया. असत्यता को तृप्त करने के लिए जेपीसी क्यों?”

वहीं राहुल गांधी के 24 घंटे की चुनौती पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट में लिखा कि 24 घंटे का इंतजार क्यों करना जब आपके पास अपनी जेपीसी- झूठी पार्टी कांग्रेस है. देश को मूर्ख बनाने वाले आपके झूठ स्वप्रमाणित हैं, जब आप दिल्ली, कर्नाटक, रायपुर, हैदराबाद, जयपुर और संसद में राफेल की अलग-अलग कीमत बताते हैं. लेकिन देश की बुद्धिमत्ता आपसे ज्यादा है.

गौरतलब है कि अरुण जेटली ने कांग्रेस पर हमला करते हुए राहुल गांधी से 15 सवाल पूछे थे. जेटली ने अपने ब्लॉग में लिखा था कि कांग्रेस पार्टी बिना किसी आधार के इस सौदे को लेकर सरकार पर निशाना साध रही है. उन्होंने लिखा कि यूपीए ने इस डील में करीब एक दशक की देरी की, जिसका सीधा असर राष्ट्रीय सुरक्षा पर पड़ा. जेटली ने लिखा था कि इस सौदे की कीमत पर राहुल गांधी और कांग्रेस जो भी कह रहे हैं, वह सब झूठ है.

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