मदुरै। मतभेद भुलाने का संकेत देते हुए एमके अलागिरी ने आज कहा कि अगर उन्हें फिर से पार्टी में शामिल कर लिया जाता है तो वह अपने छोटे भाई और द्रमुक (डीएमके) प्रमुख एमके स्टालिन का नेतृत्व स्वीकार करने को तैयार हैं. स्टालिन के असंतुष्ट बड़े भाई ने बताया कि ना तो उन्हें और ना ही उनके बेटा दुरई दयानिधि को पार्टी में किसी पद की लालसा है. यह पूछे जाने पर कि अगर उन्हें फिर से पार्टी में शामिल कर लिया जाता है तो क्या वह अपने छोटे भाई का नेतृत्व स्वीकार करने को तैयार हैं, अलागिरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब हम पार्टी में शामिल होने की इच्छा रखते हैं तब हम निश्चित रूप से उनका (स्टालिन) नेतृत्व स्वीकार करेंगे.’’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट रूप से स्टालिन की ओर इशारा करते हुए कहा कि वह शीर्ष पार्टी नेतृत्व के साथ काम करने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि वह और उनके समर्थक इसे दोहरा चुके हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हम पार्टी में शामिल होने और साथ काम करने के लिए तैयार हैं, वे हमें वापस नहीं ले रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि अगर उन्हें और उनके समर्थकों को वापस नहीं लिया जाता है तो ऐसी परिस्थितयों में अगले महीने आयोजित होने वाली रैली के बाद आगे के कदम के बारे में फैसला किया जाएगा. उन्होंने कहा कि नेताओं के साथ सलाह-मशविरा के बाद भविष्य की कार्रवाई के बारे में कोई निर्णय लिया जाएगा.