नई दिल्ली। अमेरिका में चल रही एक आर्थिक अपराध जांच ने फरार कारोबारी नीरव मोदी के खिलाफ भारत के केस को और पुख्ता कर दिया है. अमेरिका में दिवालिया कानून की जांच में ऐसी तीन दिवालिया कंपनियां पकड़ में आई हैं जिनके तार नीरव मोदी से सीधे तौर पर जुड़े हैं.
अमेरिका में दिवालिया मामलों की जांच कर रहे जॉन कार्नी ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि नीरव मोदी ने शेल कंपनियों के जरिए कई फर्जी ट्रांजैक्शन किए. मोदी ने फायरस्टार डायमंड इंक, ए जाफे इंक और फैंटसी इंक का सहारा लेते हुए राउंड ट्रिपिंग की और कई फर्जी लेनदेन किए.
अपनी रिपोर्ट में जॉन कार्नी ने नीरव मोदी द्वारा अरबों डॉलर के फर्जी लेनदेन को उजागर किया है. इनमें से एक मामले में कार्नी ने बताया है कि नीरव मोदी ने 3 कैरट के एक हीरे को अपनी शेल कंपनियों के बीच इस कदर घुमाया कि हीरे की कीमत महज 5 हफ्तों के अंदर कई गुना बढ़ गई. रिपोर्ट के मुताबिक नीरव मोदी ने 2011 में महज 5 हफ्तों के दौरान एक हीरे को अपनी शेल कंपनियों के बीच कम से कम चार बार खरीदा और बेचा.
जॉन कार्नी ने दावा किया है कि नीरव मोदी ने इस तीन कैरट के हीरे को पहले फायरस्टार डायमंड को बेचा और फिर इसे हांगकांग आधारित फैंसी क्रिएशन कंपनी को भेज दिया. इसके बाद इस हीरे को सोलर एक्सपोर्ट नाम की कंपनी को एक्सपोर्ट कर दिया गया और बाद में एक बार फिर इस हीरे को फायरस्टार डायमंड को बेच दिया गया.
अमेरिकी रिपोर्ट के मुताबिक इस हीरे की वास्तविक कीमत 1 लाख 83 हजार डॉलर थी लेकिन इसे बार-बार बेचते हुए नीरव मोदी ने इसकी कीमत 11 लाख अमेरिकी डॉलर तक पहुंचा दी. रिपोर्ट ने खुलासा किया है कि ऐसे राउंड ट्रिपिंग के जरिए पैसे बनाते हुए नीरव मोदी ने अमेरिका के रिएल एस्टेट मार्केट में लगभग 2.5 करोड़ डॉलर का निवेश किया.
रिपोर्ट का आकलन है कि इस तरह राउंड ट्रिपिंग करते हुए 2011 से 2017 के बीच नीरव मोदी ने 21 करोड़ 30 लाख डॉलर बनाए. गौरतलब है कि यह वही समय है जब सीबीआई दावा कर रही है कि पंजाब नेशनल बैंक में 13 हजार करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा किया गया. नीरव मोदी ने अपनी लगभग 20 शेल कंपनियों का सहारा लेते हुए कुछ वर्षों के अंदर लगभग 4 अरब डॉलर की रकम का कर्ज लिया. सीबीआई के मुताबिक पंजाब नेशनल बैंक के 13 हजार करोड़ रुपये के घोटाले में नीरव मोदी प्रमुख आरोपी है वहीं मामले में नीरव के कुछ करीबी और रिश्तदार मेहुल चोकसी ने फर्जी तरीके से बैंकिंग साधनों का इस्तेमाल करते हुए पंजाब नेशनल बैंक को नुकसान पहुंचाने का काम किया.