मुंबई। पंजाब नेशनल बैंक घोटाले (PNB SCAM) के मुख्य आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी के अच्छे दिन अब लद गए हैं. सुरक्षा एजेसियों ने नीरव मोदी के साथ-साथ उसके रिश्तेदारों पर भी गिरफ्त कसना शुरू कर दिया है. नीरव मोदी के भाई नीशल मोदी और उसके करीबी सुभाष परब के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. नीशल मोदी के लिए बेल्जियम सरकार को प्रत्यर्पण की अर्जी दे दी गई है, जबकि सुभाष परब को मिस्र से लाने की तैयारी हो रही है.
दोनों के खिलाफ पहले ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया गया है. बता दें कि सुभाष परब नीरव मोदी की उसी फायरस्टार इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड का मैनेजर था, जिसके जरिए फर्जी LoU लिए गए थे. वहीं, नीरव मोदी का भाई नीशल बेल्जियम का नागरिक है. उसने ही इस तरह के फर्जी कारनामे करने में अपने भाई की मदद की थी.
अभी भी जारी है नीरव मोदी का गोरखधंधा…
न्यूयॉर्क के बैंकरप्सी कोर्ट में दाखिल अमेरिकी जांच रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि नीरव मोदी की विभिन्न कंपनियों के बीच ही एक हीरे को कम से कम चार बार खरीदा-बेचा गया. इससे 1.88 लाख डॉलर के हीरे की कीमत देखते ही देखते 36 लाख डॉलर तक बढ़ा दी गई. यानी मूल कीमत से करीब 20 गुणा ज्यादा. ऐसा इसलिए किया गया कि जिससे ऐसा दिखाया जा सके कि इन कंपनियों में काफी कारोबार होता है.
गौरतलब है कि अगस्त के मध्य में भारतीय एजेंसियों ने इंग्लैंड की एजेंसियों को अगाह कर दिया था कि नीरव मोदी को लंदन में देखा गया है. इसके बाद भारत की तरफ से सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय ने नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के दस्तावेज इंग्लैंड सरकार को सौंप दिए थे.
नीरव मोदी भारत में 13,000 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले का प्रमुख आरोपी है, वहीं मामले में नीरव के कुछ करीबी और रिश्तदार मेहुल चोकसी ने फर्जी तरीके से बैंकिंग साधनों का इस्तेमाल करते हुए पंजाब नेशनल बैंक को नुकसान पहुंचाने का काम किया.