नई दिल्ली। तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव (KCR) ने गुरुवार को सभी को चौंकाते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. राव ने तेलंगाना विधानसभा को भंग करने की सिफारिश की, जिसे राज्यपाल ने मंजूरी भी दे दी. और अब राज्य में जल्द ही राज्य में विधानसभा चुनाव करने की मांग भी कर दी है.
केसीआर ने इस्तीफा देते ही चुनाव के लिए हुंकार भी भर दी. शुक्रवार से ही वह चुनाव प्रचार की शुरुआत कर देंगे. इतना ही नहीं बल्कि अगले 50 दिनों में KCR करीब 100 विधानसभा क्षेत्रों में रैली को संबोधित करेंगे. केसीआर की पहली रैली हुस्नाबाद में होगी. 2014 में भी उन्होंने यहीं से ही अपने चुनावी अभियान की शुरुआत की थी.
गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए केसीआर ने कहा कि वह 5 दिसंबर को एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने 119 में से 105 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान भी कर दिया. टीआरएस की तरफ से सिर्फ उन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है, जहां पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं.
राहुल को बताया सबसे बड़ा मसखरा
तेलंगाना विधानसभा भंग करने और अपने इस्तीफे के बाद प्रेस वार्ता करने आए TRS प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी इस देश के सबसे बड़े मसखरे हैं, वे जितना ही तेलंगाना आएंगे उतना ही हमें फायदा होगा. कांग्रेस ने भी इसका पलटवार करते हुए उनके विधानसभा भंग करने के फैसले को उनकी कब्र खोदना बताया था.
अभी क्या थी स्थिति?
2014 में संपन्न पहले चुनाव में टीआरएस को 90 सीटें मिली थीं. यहां विधानसभा की कुल 119 सीटें हैं. टीआरएस के खिलाफ यहां विपक्ष को 29 सीटें मिली थीं. इनमें कांग्रेस को 13, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को 7, बीजेपी को 5, टीडीपी को 3 और सीपीएम को 1 सीटें मिली थीं.