नोएडा/लखनऊ । प्रॉपर्टी में कालाधन खपाने वाले खरीदारों की मुसीबत बढ़ने जा रही है, क्योंकि आयकर विभाग ने एनसीआर में 2.5 लाख फ्लैट खरीदारों को नोटिस जारी कर दिया है। इसमें नोएडा, ग्रेटर नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट, गाजियाबाद, राजनगर एक्सटेंशन, बुलंदशहर ही नहीं, बल्कि सहारनपुर व अलीगढ़ के खरीदारों के नाम शामिल है। इनसे विभागीय अधिकारियों ने फ्लैट खरीद में आय के स्रोत की जानकारी मांगी है।
30 लाख से अधिक मूल्य के 2.5 लाख फ्लैट खरीदारों को नोटिस
इससे जहां एक ओर खरीदारों में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं आयकर विभाग के अधिकारी इसे सामान्य प्रक्रिया बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि 30 लाख रुपये से ऊपर की प्रत्येक खरीद पर विभाग की ओर से खरीदारों को नोटिस भेजा ही जाता है। इसमें व्यक्ति को विभाग में आकर मांगी गई जानकारी उपलब्ध करानी होती है। सही होने पर उसकी फाइल बंद कर दी जाती है। इस प्रक्रिया के जरिये विभाग अपने करदाताओं की संख्या को भी प्रति वर्ष बढ़ाता है।
गुरुग्राम के बाद सबसे महंगी प्रॉपर्टी नोएडा में
एनसीआर की सबसे महंगी प्रॉपर्टी गुरुग्राम के बाद नोएडा व गाजियाबाद में है। आयकर विभाग के अधिकारियों को जानकारी मिली थी कि एनसीआर में काला धन प्रॉपर्टी में खपाया गया है। इस पर निबंधन विभाग की ओर से आयकर विभाग को भेजी जाने वाली रिपोर्ट को खंगाला गया।
वेस्ट यूपी पर खास नजर
वर्ष 2011 से 2017 में नोएडा, ग्रेटर नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट सहित गाजियाबाद, राजनगर एक्सटेंशन, बुलंदशहर, सहारनपुर, अलीगढ़ में 30 लाख रुपये से अधिक रुपये के फ्लैट खरीदे गए, उन सभी खरीदारों को विभाग ने नोटिस जारी किया है।
आयकर विभाग ने बताया सामान्य प्रक्रिया
रजनीकांत गुप्त (मुख्य आयकर आयुक्त) का कहना है कि विभाग की नोटिस जारी करने की यह सामान्य प्रक्रिया है, 30 लाख रुपये से ऊपर की प्रत्येक खरीद पर विभाग जानकारी हासिल करता ही है। विभाग में आकर व्यक्ति जवाब दे दें, उनको परेशान करने वाली कोई बात नहीं है।
आनाकानी पर होगी कार्रवाई
इसमें नोएडा, ग्रेटर नोएडा, ग्रेनो वेस्ट में करीब एक लाख और इतने ही फ्लैट गाजियाबाद, राजनगर एक्सटेंशन में फ्लैट खरीदारों के नोटिस शामिल हैं। आय के स्रोत की जानकारी एक माह के अंदर कार्यालय पर जमा करने को कहा गया है। आनाकानी करने पर कार्रवाई की जाएगी।