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शास्त्री के बयान पर भड़के गांगुली, कहा- कोच की बातें अपरिपक्व, उन पर ध्यान न दें

नई दिल्ली। टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री के उस बयान की हर तरफ आलोचना हो रही है, जिसमें उन्होंने कहा था कि मौजूदा भारतीय टीम का विदेशी रिकॉर्ड पिछले 15-20 वर्षों की टीमों की तुलना में बेहतर है.

शास्त्री के इस बयान पर टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने उन्हें आड़े हाथों लिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि शास्त्री की बातें अपरिपक्व हैं और उन पर ध्यान भी नहीं देना चाहिए.

एक निजी समाचार चैनल से बातचीत में गांगुली ने कहा,  ‘इस तरह बात करना अच्छी बात नहीं है. यह सिर्फ उनकी (शास्त्री) अपरिपक्वता दर्शाता है. मुझे लगता है, कि हम सभी को उनके शब्दों पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए.’

गांगुली ने कहा,  ‘वह कब क्या कह देते हैं वह कोई भी नहीं जानता. मैं नहीं चाहता कि हम उनके इस बयान पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करें. मैं सिर्फ चाहता हूं, कि भारत इस आखिरी टेस्ट में अच्छा क्रिकेट खेले.’

गांगुली ने आगे कहा, ‘अलग-अलग दौर के खिलाड़ियों और टीमों की तुलना करना सही भी नहीं है और संभव भी नहीं है. हम सभी भारतीय टीम के लिए खेले हैं, चाहे वह धोनी या द्रविड़ या अन्य हों, हम सभी ने एक ही भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है और हमारा खेलते हुए लक्ष्य सिर्फ भारत को जीत दिलाना होता था.’

गांगुली ने आगे कहा, ‘हम विराट कोहली और बाकी के लड़कों का समर्थन करते हैं और चाहते हैं, कि वह अच्छा करें, लेकिन अलग-अलग दौर के टीमों की तुलना करना सही बात नहीं है. ‘

पिछली भारतीय टीमों का रिकॉर्ड

बता दें, कि धोनी, गांगुली और द्रविड़ की कप्तानी में भी भारतीय टीम ने विदेशों में अच्छा प्रदर्शन किया था. शायद यह बात रवि शास्त्री भूल गए थे. गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम ने जहां 2002 में इंग्लैंड में 1-1 से सीरीज ड्रॉ कराई थी, तो वहीं ऑस्ट्रेलिया 2003-04 में भी भारत ने सीरीज को 1-1 से ड्रॉ कराया था.

द्रविड़ की कप्तानी में तो भारत ने वेस्टइंडीज की धरती पर साल 2006 में 1-0 से टेस्ट सीरीज जीती थी. वहीं इंग्लैंड को भी साल 2007 में उसी की धरती पर 1-0 के अंतर से हराया था. द्रविड़ की कप्तानी में भारत ने साउथ अफ्रीका में भी एक टेस्ट मैच जीता था. धोनी की कप्तानी में भारत ने न्यूजीलैंड की धरती पर 1-0 से टेस्ट सीरीज जीती थी.

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