योगी ने पश्चिमी यूपी के बागपत में एक जनसभा के दौरान यह बात कही. टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, उन्होंने बागपत में मंगलवार को कहा, ‘अन्य फसलें भी बोइये. ज्यादा गन्ना उत्पादन से चीनी खपत ज्यादा होती है और इससे लोगों को डायबिटीज जैसी बीमारी हो जाती है.’
दरअसल योगी आदित्यनाथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह के साथ बागपत में बड़ौत के जाट कॉलेज में फोर लेन सड़क का शिलान्यास करने पहुंचे थे.
डायबिटीज होने का सीधा संबंध चीनी से नहीं है!
गौरतलब है कि डॉक्टर यह बात कहते रहे हैं और कई रिसर्च में भी यह बात सामने आई है कि ज्यादा चीनी खाने का डायबिटीज होने से कोई संबंध नहीं है. यह शरीर में इंसुलीन की कमी से होता है. हालांकि यह सच है कि डायबिटीज से पीडि़त व्यक्ति को चीनी से बचने की सलाह दी जाती है.
जानकार कहते हैं कि जो लोग जंक फूड या मीठे पेय पदार्थों का सेवन ज्यादा करते हैं और मोटापे से ग्रसित हैं, साथ ही, उनकी लाइफस्टाइल सेहतमंद नहीं है, उनमें डायबिटीज होने की संभावना बढ़ जाती है. लेकिन डायबिटीज होने का सीधा संबंध चीनी यानी शुगर खाने से नहीं है.
जनसभा को संबोधित करते हुए योगी ने कहा, ‘हमारी सरकार ने गन्ना किसानों के लिए 36,000 करोड़ रुपये का भुगतान सीधे खाते में किया है. बाकी के बचे हुए 10,000 करोड़ रुपये का भुगतान भी जल्द किया जाएगा. योगी ने कहा कि चीनी मिलों को घाटे से उबारने के लिए जल्द ही चीनी मिलों को सॉफ्ट लोन दिया जाएगा.’