नई दिल्ली। पेट्रोल-डीज़ल के बढ़ते दाम और राफेल डील के मुद्दे पर मोदी सरकार पर पहले से ही आक्रामक चल रहे विपक्ष को एक और मुद्दा हाथ लगा है. बुधवार को शराब कारोबारी विजय माल्या ने कहा कि उन्होंने भारत छोड़ने से पहले अरुण जेटली से मुलाकात की थी. अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस मुद्दे पर गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. राहुल पहले ही ट्वीट कर अरुण जेटली का इस्तीफा मांग चुके हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि बुधवार को अरुण जेटली ने कहा कि विजय माल्या ने उनको संसद से अनौपचारिक मुलाकात की थी. वह लंबे ब्लॉग लिखते हैं, लेकिन इस बारे में कुछ नहीं लिखते. अरुण जेटली मुलाकात के बारे में झूठ बोल रहे हैं. इस दौरान उन्होंने साथी नेता पीएल पुनिया की बात कही, कि उन्होंने दोनों को बात करते हुए देखा था. राहुल ने कहा कि हमारे पास सबूत है.
पीएल पुनिया ने बताया कि बजट पेश होने के अगले दिन 1 मार्च को अरुण जेटली और विजय माल्या बात कर रहे थे. वह करीब 15-20 मिनट तक बात करते रहे, पहले दोनों खड़े होकर बात कर रहे थे और उसके बाद दोनों वहीं सेंट्रल हॉल में बैठकर बात करने लगे. जब मैंने दो दिन के बाद ही पढ़ा कि माल्या रवाना हो गए हैं, तो मैं हैरान था. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि संसद की सीसीटीवी फुटेज की जांच होनी चाहिए इसके सारी सच्चाई सामने आ जाएगी.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि इसपर कई तरह के सवाल उठते हैं कि वित्त मंत्री एक भगोड़े से बात करते हैं, और भगोड़ा उन्हें बताता है कि वह देश छोड़ रहा है. लेकिन वित्त मंत्री ने ना पुलिस को बताया, ना सीबीआई को बताया. इसके बाद लुकआउट नोटिस में भी ढील दी गई थी. जेटली को सच बोलना चाहिए और बताना चाहिए कि इसके लिए वो जिम्मेदार हैं, या फिर उन्हें ऊपर से ऑर्डर आ रहे हैं. राहुल ने कहा कि वित्त मंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए.
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि लुकआउट नोटिस को सिर्फ वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री ही बदलवा सकते हैं. वित्त मंत्री ने विजय माल्या को भागने दिया.
पहले किया था ट्वीट से वार
बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने माल्या के बयान के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली का इस्तीफा मांगा था. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि माल्या की ओर से लगाए गए आरोप बेहद गंभीर हैं और पीएम को तत्काल इस मामले की निष्पक्ष जांच करानी चाहिए. राहुल ने कहा कि जांच पूरी होने तक अरुण जेटली को वित्त मंत्री के पद से इस्तीफा देना चाहिए.
माल्या ने दिया था ये बयान…
विजय माल्या ने बुधवार को कहा कि वह भारत से रवाना होने से पहले वित्त मंत्री से मिला था. लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश होने के लिए पहुंचे माल्या ने कहा कि उसने मंत्री से मुलाकात की थी और बैंकों के साथ मामले का निपटारा करने की पेशकश की थी.
अरुण जेटली ने दी थी सफाई…
अरुण जेटली ने फेसबुक पर इस संबंध में सफाई देते हुए कहा, ‘माल्या का दावा तथ्यात्मक रूप से गलत है. मैंने 2014 से अब तक उन्हें मिलने का टाइम नहीं दिया. वह राज्यसभा सदस्य थे और कभी-कभी सदन में आया करते थे. मैं सदन से निकलकर अपने कमरे में जा रहा था, इसी दौरान वह साथ हो लिए. उन्होंने समझौते की पेशकश की थी, जिस पर मैंने उन्हें रोकते हुए कहा कि मेरे साथ बात करने का कोई फायदा नहीं, यह प्रस्ताव बैंकों के साथ करें.’