गोरखपुर। पॉश कालोनी में पति के साथ रहने वाली ब्यूटी पार्लर संचालिका के बेरहमी से किए गए कत्ल का गोरखपुर पुलिस ने डेढ़ दिन के अंदर खुलासा कर दिया. ब्यूटी पार्लर संचालिका के पति ने मॉर्निंग वॉक की जो झूठी कहानी पुलिस को बताई थी, वो उसके गले की फांस बन गई. हत्या के बाद आरोपी पति ने पुलिस को मॉर्निंग वॉक पर जाने के दौरान बदमाशों द्वारा लूटपाट की नीयत से पत्नी के कत्ल की झूठी कहानी बताई थी.
गोरखपुर के एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि 11 सितंबर की सुबह 6 बजे के करीब पुलिस को सूचना मिली कि तिवारीपुर इलाके के सूर्य बिहार कालोनी में रहने वाली ब्यूटी पार्लर संचालिका रेनू सिंह का घर में सोने के दौरान कत्ल कर दिया गया है.
मौके पर पहुंची पुलिस को मृतका रेनू सिंह के पति सुनील सिंह ने बताया कि वे हर रोज की तरह मेन गेट सटाकर सुबह 3.30 बजे मॉर्निंग वॉक करने के लिए गए थे. जब 5 बजे वे वापस लौटे तो प्रथम तल पर उनके घर में पत्नी की बेडरूम में लाश पड़ी हुई थी. उसके गले पर धारदार हथियार के निशान थे. सिर और शरीर के कई हिस्से में दिखाई दे रहे जख्म संघर्ष की कहानी भी खुद ही कह रहे थे.
सुनील सिंह के दो मंजिला मकान में ऊपर वे खुद रहते हैं. जबकि ग्राउंड फ्लोर पर एक परिवार किराए पर रहता है. सुनील का बेटा दिल्ली में पढ़ता है. जबकि उनके साले जीआरपी गोरखपुर में इंस्पेक्टर हैं. उनका मकान भी पड़ोस में ही है. घटना के समय वे संतकबीरनगर जिले में अपने गांव गए हुए थे. मृतका रेनू सिंह मकान के निचले तल के एक कमरे में पार्लर भी चलाती रही हैं. हालांकि पिछले दो माह से वे अपेंडिक्स के आपरेशन के बाद से ही बेड रेस्ट पर चल रही थीं.
सुनील सिंह ने पुलिस को गुमराह करने के लिए जो झूठी कहानी गढ़ी, वही उसके गले की फांस बन गई. उसने पुलिस को बताया था कि वो जब मार्निंग वॉक करने के लिए जा रहा था, तो तीन संदिग्ध युवक उसे कालोनी में दिखाई दिए थे. लेकिन वो उनकी मंशा को समझ नहीं पाया. ब्लाइंड मर्डर के खुलासे के लिए तिवारीपुर पुलिस के साथ स्वाट टीम, फोरेंसिक टीम और क्राइम ब्रांच को लगाया गया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट, मृतका के पति के बयान और फोरेंसिक टीम की ओपीनियन के बाद मृतका का पति शक के घेरे में आ गया.
पुलिस ने जब मोहल्ले में लगे कई सीसीटीवी फुटेज को खंगाला, तो कोई भी संदिग्ध दिखाई नहीं दिया. बल्कि आरोपी पति सुनील सिंह फुटेज में झोला में आलाकत्ल और खून से सने कपड़े लेकर घर से निकलते हुए दिखाई दिया. पुलिस का शक इसके बाद यकीन में बदल गया. पुलिस ने आरोपी पति सुनील सिंह को पकड़ने के लिए टीम लगा दी. जब पुलिस मृतका के घर पर पहुंची, तो उसका पति सुनील सिंह वहां पर नहीं मिला. पुलिस उसे तलाश करते हुए डोमिनगढ़ रेलवे स्टेशन पर पहुंची. यहां पर पुलिस को देखकर मृतका रेनू सिंह का पति सुनील सिंह भागने लगा.
पुलिस ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया और कड़ाई से पूछताछ में सुनील सिंह ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया. उसने पुलिस को बताया कि रात में पत्नी से घरेलू विवाद के कारण झगड़ा हो गया. उस दौरान पत्नी रेनू सिंह उसे काफी जलील करने लगी. गुस्से में आकर उसने आपा खो दिया और पास में पड़े लोढ़े से उसके सिर पर वार कर दिया. उसी दौरान पत्नी की मौत हो गई. खुद को बचाने के लिए उसने कत्ल के बाद आलमारी में रखे सामान को बिस्तर पर फैला दिया और बदमाशों द्वारा लूट के दौरान पत्नी रेनू सिंह के कत्ल की झूठी कहानी गढ़ दी.
इतना ही नहीं पत्नी के कत्ल के बाद सुनील ने हैवानियत की इंतहा पार कर दी. उसने लूटपाट की झूठी कहानी रचने के लिए पत्नी के कान की बाली तक नोंच ली. मौके पर जब पुलिस जांच के लिए पहुंची, तो मृतका के कान नोंचा गया था. उसके कान से खून भी टपक रहा था. इसके अलावा सिर, चेहरे, गला, सीने पर भी गंभीर चोट के निशान थे. घर और आलमारी का सामान भी बिखरा हुआ था. पुलिस ने आरोपी पति के खिलाफ धारा 302 और 394 आईपीसी के मुकदमा दर्ज कर न्यायालय में पेश किया. जहां से उसे जेल भेज दिया गया.