नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश में चुनाव आयोग के एक टेस्ट में ADM, SDM स्तर के 58% अधिकारी फेल हो गए. आयोग ने बीते महीने यह टेस्ट लिया था, जिसमें चुनाव से संबंधित सवाल पूछे गए थे. इसमें कुल 561 अफसर बैठे थे, जिनमें से 238 अफसर ही पास हो पाए. सूत्रों का कहना है कि आयोग अब पेपर में बदलाव करेगा और संभव है कि दोबारा परीक्षा ले. एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि आयोग को लगता है कि टेस्ट फॉल्टी था और इसमें सवाल ज्यादा पूछे गए थे. खासकर कानून से संबंधित सवाल ज्यादा ही थे. इस कारण पोलिंग स्टाफ इसे पास नहीं कर पाया.
दोबारा परीक्षा लेगा चुनाव आयोग
ईटी की खबर के मुताबिक चुनाव आयोग अब नए दिशा-निर्देश जारी करेगा ताकि नया पेपर तैयार हो सके. इसे ऐसा बनाया जाएगा कि चुनाव से संबंधित नियम के प्रति समझ बढ़ सके. मध्य प्रदेश में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में अफसरों में चुनाव नियमों के प्रति कम जागरूकता जाहिर होने से आयोग चिंतित है. हालांकि इस टेस्ट में शामिल एसडीएम, एडिशनल डीएम व अन्य राजस्व अधिकारियों को ट्रेनिंग दी गई थी. मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कांता राव ने कहा कि अब अधिकारियों को दोबारा ट्रेनिंग देकर फिर से टेस्ट कराया जाएगा.
पोलिंग स्टाफ की तत्परता जानने के लिए कराया था टेस्ट
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आयोग के इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेसी एंड इलेक्शन मैनेजमेंट ने टेस्ट कराया था. इसका मकसद जिन राज्यों में चुनाव होने हैं वहां के पोलिंग स्टाफ की तत्परता जांचना था ताकि निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराए जा सकें. इसमें ईवीएम और वीवीपैट की ट्रेनिंग पर फोकस किया गया था. एक चुनाव अधिकारी ने सवाल किया कि पोलिंग स्टाफ के लिए मध्य प्रदेश में क्यों 70% पास मार्क रखा गया है, यह 90-95% होना चाहिए. उसे चुनाव संबंधी नियमों की पूरी जानकारी होनी चाहिए.