डिमेंशिया एक ऐसी बीमारी है जिसका सीधा असर इंसान के दिमाग पर पड़ता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि जो लोग स्ट्रोक या सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट से गुजर चुके हैं उन्हें डेमेंशिया होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। क्योंकि स्ट्रोक की वजह से दिमाग में अचानक रक्त की कमी या दिमाग के भीतर रक्तस्राव होता है, जिसके परिणामस्वरूप न्यूरोलॉजिकल फंक्शन को भी नुकसान पहुंचता है।
एक शोध के मुताबिक बल्ड प्रेशर में गिरावट का अनुभव किया, उनमें डिमेंशिया विकसित होने का 54 फीसदी ज्यादा जोखिम पाया गया। बल्ड प्रेशर में गिरावट महसूस करने वाली स्थिति को ऑर्थोस्टेटिक हाइपोटेंशन कहते हैं। इनमें इस्केमिक स्ट्रोक विकसित होने की संभावना दोगुना पाई गई। मध्यम आयु वर्ग वाले लोगों के बल्ड प्रेशर में अचानक गिरावट डिमेंशिया या स्ट्रोक के बढ़ते खतरे का संकेत हो सकता है। रक्तचाप में गिरावट होने से उन्हें खड़े होने के दौरान बेहोशी, चक्कर आना जैसा महसूस होता है।
डिमेंशिया के लक्षण: इसके कुछ चेतावनी संकेतों में, रोजमर्रा की आम बातें भूलना, जैसे नाश्ता किया था या नहीं। पार्टी का आयोजन न कर पाना, छोटी छोटी समस्याओं में उलझना, उल्टे कपड़े पहनना या गंदे कपड़े पहनना, तारीख, महीना, साल, शहर और घर के बारे में भूलना, किसी वस्तु का चित्र देखकर समझने में मुश्किल होना, हिसाब में जोड़ने और घटाने में दिक्कत, गिनती करने में परेशानी। इसके अलावा अपने आप में गुमसुम रहना, मेल-जोल बंद कर देना, चुप्पी साधना छोटी-छोटी बात पर, गुस्सा और चिल्लाना आदि शामिल हैं।
डिमेंशिया में इन चीजों को सेवन करना फायदेमंद होता है-
साबुत अनाज – अनाज रक्त के सही तरह से संचार के लिए शरीर को पर्याप्त मात्रा में एनर्जी प्रदान करते हैं। इससे दिमाग की क्षमता बढ़ती है और आपका कॉन्संट्रेशन बेहतर बनता है।
ब्लूबेरी – एक अध्ययन में यह बताया गया है कि ब्लूबेरी का सेवन करने से जल्दी-जल्दी भूलने की बीमारी से निजात मिल सकता है।
ब्रोकली – ब्रोकली में विटामिन के पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। यह दिमागी क्षमता को बढ़ाने में मददगार होता है।