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मनोज तिवारी को सीलिंग से हुई ‘तकलीफ’ तो तोड़ दिया ताला

नई दिल्‍ली। दिल्ली में सीलिंग की मार से व्यापारी और आम जनता परेशान है. इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस लगातार बीजेपी को घेरती रही है. अब दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने एक अलग ही अंदाज में मोर्चा खोल दिया है.  दरअसल, मनोज तिवारी ने रविवार को नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के गोकुलपुर इलाके में एक सील मकान की सीलिंग को हथौड़े से तोड़ दिया.

अहम बात ये है कि मनोज तिवारी खुद इस क्षेत्र से लोकसभा सांसद हैं. कानून तोड़ने के सवाल पर मनोज तिवारी ने ‘आजतक’ से कहा कि दिल्ली में भेदभाव ढंग से सीलिंग हो रही है. कानून सबके साथ समान होना चाहिए. ये भेदभाव क्यों है? इसके साथ ही मनोज तिवारी ने मॉनिटरिंग कमेटी की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए.

ओखला में सीलिंग क्यों नहीं

उन्‍होंने सवाल किया कि ओखला में सीलिंग क्यों नहीं हो रही है? मनोज तिवारी ने पूछा कि जिन्होंने ओखला में यमुना पर कब्जा कर लिया है, उनके घर सील क्यों नहीं हो रहे? 2007 से 2017 तक मॉनिटरिंग कमेटी क्या कर रही थी? क्या मॉनिटरिंग कमेटी कुम्भकर्ण की नींद सो रही थी? मॉनिटरिंग कमेटी के मुताबिक यदि दिल्ली में अवैध निर्माण हुए हैं तो उन निर्माण कराने वालों को भी सजा मिलनी चाहिए.

मनोज तिवारी ने कहा कि जो लोग सरकारी जमीन पर घर बनवाकर बैठे हैं, उन भ्रष्ट लोगों को जेल भेजा जाना चाहिए. अधिकारी साफ करें कि वो किस तरह सीलिंग कर रहे हैं.  मैं बहुत तकलीफ में हूं, क्योंकि जिस तरह से गरीब लोगों के घर सील किये जा रहे हैं वो दुखद है, इसलिए मैं चुप बैठने वाला नहीं हूं. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी का कहना है कि मैं सांसद हूं, मैं ऐसे कानून को नहीं मानता जो गरीब को परेशान करे.

केजरीवाल ने साधा निशाना

उधर, सीलिंग तोड़ने के मामले में आम आदमी पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.  मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ‘आजतक’ की खबर को ट्वीट करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा.  केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा, “ये खुद ही सुबह सीलिंग करते हैं और खुद ही शाम को जाकर ताला तोड़ देते हैं. इन्हें क्या लगता है कि लोग बेवकूफ हैं?  नोटबंदी, GST और अब सीलिंग करके भाजपा ने पूरी दिल्ली को बर्बाद कर दिया.”

अलका लांबा ने की कार्रवाई की मांग

वहीं आम आदमी पार्टी की विधायक विधायक अलका लांबा ने कहा, ”मनोज तिवारी केवल राजनीतिक ड्रामा कर रहे हैं. यदि वाकई वो इस मुद्दे पर गम्भीर हैं तो उनकी सरकार अध्यादेश क्यों नहीं लाती है? अलका लांबा ने कहा कि जो कानून को हाथ में ले उस पर कार्रवाई जरूर होनी चाहिए. बीजेपी की ड्रामेबाजी व्यापारी समझ रहे हैं. लांबा ने पूछा कि  बीजेपी सांसद होने के नाते मनोज तिवारी ने कितनी बार संसद में सीलिंग का मुद्दा उठाया. लोकसभा चुनाव से पहले सीलिंग से बेनकाब हो चुकी बीजेपी ऐसा कर रही है.”

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