नई दिल्ली। महंगाई, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस के ‘भारत बंद’ में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की मौजूदगी ने एक बार फिर गठबंधन की सुगबुगाहट शुरू कर दी है। कांग्रेस का एक बड़ा तबका भी लोकसभा चुनाव में ‘आप’ से गठबंधन की वकालत कर रहा है।
पार्टी के रणनीतिकार मानते हैं कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को शिकस्त देने के लिए किसी को अलग नहीं रखा जा सकता। चुनाव में हर सीट अहम होती है। ऐसे में सभी के साथ गठबंधन के विकल्प खुले रखने चाहिए। पार्टी का एक तबका दिल्ली और पंजाब के साथ हरियाणा में भी ‘आप’ गठबंधन की संभावना को नजरअंदाज नहीं कर रहे हैं।
राजधानी दिल्ली में लोकसभा की सात सीट है। आम आदमी पार्टी में सरकार है, पर लोकसभा में सभी सात सीट भाजपा के पास है। जबकि आम आदमी पार्टी ने पंजाब में 13 में से चार सीटें जीती थी। कांग्रेस को भी पंजाब में भी चार सीट मिली थी। हरियाणा में दस सीट हैं। दिल्ली, पंजाब व हरियाणा तीनों राज्यों में मिलकर लोकसभा की तीस सीट होती है। गठबंधन की वकालत करने वाले नेता मानते हैं कि ‘आप’ और कांग्रेस मिलकर 25 से अधिक सीट जीत सकते हैं।
कैप्टन, माकन पक्ष में नहीं
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन और हरियाणा प्रदेश कांग्रेस भी गठबंधन के पक्ष में नहीं है।