बिग बॉस के 11वें सीजन में लंबे वक्त तक टिके रहे कंटेस्टेंट सब्यसांची सतपती इस नए सीजन की एक बात से निराश हैं. सब्यसांची को 11वें सीजन में उनके काम के लिए जितनी तारीफें नहीं मिलीं उससे कहीं ज्यादा उन्हें एक समलैंगिक होने के लिए कोसा गया. हालांकि बिग बॉस बार-बार शो में यह बात कहते रहे कि किसी के भी खिलाफ इस तरह की टिप्पणियां नहीं की जाएंगी.
बिग बॉस के 12वें सीजन में एक भी समलैंगिक कंटेस्टेंट नहीं होने के चलते सब्यसांची निराश हैं. मालूम हो कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिकता को अपराध ठहराने वाली धारा 377 को खत्म कर दिया था. बिग बॉस के प्रीमियर से पहले लगातार इस किस्म की खबरें आती रहीं कि इस बार शो में कोई लेस्बियन या गे कपल नजर आ सकता है. हालांकि प्रीमियर एपिसोड में ऐसा कुछ भी नजर नहीं आया.
सब्यसांची ने कहा, “हमारी तरह के लोगों को शो के लिए चुनकर बिग बॉस LGBT कम्यूनिटी को सपोर्ट कर रहा था. जब सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया तो उन्हें इस बात का अहसास हुआ कि मनोरंजन जगत में कोई गंदगी नहीं है. मुझे नहीं पता कि चयन प्रक्रिया में क्या गड़बड़ हो गया. कुछ लोगों के नाम उड़ाये गए थे लेकिन हैरत है कि कोई सलेक्ट नहीं हुआ.”