नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड की राजधानी रांची से स्वास्थ्य सुरक्षा देने वाली महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ किया. इस योजना का लाभ देश के कुल 10.74 करोड़ परिवारों को मिलेगा.
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का शुभारंभ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस योजना का आंकलन भविष्य में मानवता की बहुत बड़ी सेवा के रूप में होना तय है. पूरे हिन्दुस्तान का ध्यान रांची की धरती पर है, देश के चार सौ से अधिक जिलों में एक साथ हो रहा है.
पीएम ने कहा कि आजादी के 70 साल में झारखंड में तीन मेडिकल कॉलेज और 350 विद्यार्थी थें. लेकिन चार सालों में इसी राज्य में 8 मेडिकल कॉलेज और 1200 छात्र. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि काम कैसे किया जाता है.
पीएम मोदी ने कहा कि कुल लोग इसे मोदी केयर कह रहे हैं, तो कुछ लोग गरीबों के लिए योजना कह रहे हैं. लेकिन मैं इसे दरिद्र नारायण की सेवा कहता हूं. उन्होंने कहा कि पूरे यूरोपीय संघ, अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको की जनसंख्या को मिलाकर भी ज्यादा भारत को एक साथ इस योजना का लाभ मिलने जा रहा है.
पीएम मोदी ने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा कि जो लोग गरीबों के नाम की माला जपते थें, जो लोग गरीबी हटाओ का नारा देते थें, वे लोग सोचते थें कि गरीब कुछ न कुछ मांगता है. यही उनकी सबसे बड़ी गलतफहमी थी. गरीब से बड़ा स्वाभिमानी कोई नहीं होता. मैने भी गरीबी को देखा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश के गरीबों को भी वो सुविधा मिलनी चाहिए जो इस देश के धनी आदमी को मिलती है. उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से एक विशेष अवसर भी जुड़ा है बाबासाहेब अंबेडकर की जयंती पर 14 अप्रैल को छ्त्तीसगढ़ के बस्तर से जब मैने वेलनेस सेंटर का शुभारंभ किया गया, तो पं. दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिवस 25 सितंबर के दो दिन पूर्व इस योजना का शुभारंभ किया जा रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि आज राष्ट्रकवि दिनकर की भी जन्मतिथी है. ऐसे में यह योजना इन सभी महान विभूतियों को समर्पित है.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सारी योजनाएं गरीबों के सशक्तिकरण को केंद्र में रखकर बनाई गई हैं. उन्होंने पिछली सरकार पर सरकारी खजानों को वोटबैंक के आधार पर खर्च करने और लूटने का आरोप लगाया और कहा कि इस योजना का लाभ हर समाज, हर बिरादरी, पंथ और समुदाय को मिलेगा यही ‘सबका साथ, सबका विकास’ है.
उन्होंने कहा कि 1300 गंभीर बिमारियों का इलाज सरकारी ही नहीं निजी अस्पताल में होगा. साथ ही यदि किसी को पहले से भी कोई बिमारी है तो उसको भी इस आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभ मिलेगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आरोग्य मित्र इस योजना का लाभ दिलाने में लाभार्थियों का सहयोग करेंगे. साथ ही इस योजना से आंगनवाड़ी और एएनएम बहनों को भी जोड़ा गया है. उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत आने वाले राज्य के नागरिक इसका लाभ अन्य राज्यों में भी ले सकते हैं.
पीएम ने कहा कि इस योजना के तहत 5 लाख तक का जो खर्च है उसमें अस्पताल में भर्ती होने के अलावा जरुरी जांच, दवाई, भर्ती से पहले का खर्च और इलाज पूरा होने तक का खर्च भी शामिल है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में देश में 1.5 लाख वेलनेस सेंटर खोले जा रहे हैं. ताकि गंभीर से गंभीर बिमारी का पता शुरूआती स्तर पर ही लग सके.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा इस योजना के शुभारंभ की वजह से लाखों पैरामेडिकल, डॉक्टर, मैनेजमेंट के लोगों को जुड़ने का मौका मिलेगा. पीएम मोदी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि देश में 3-4 संसदीय क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज बनाने का है.
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-आयुष्मान भारत के शुभारंभ पर बोलते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास ने कहा कि राज्य की सवा तीन करोड़ की जनता के लिए गर्व की बात है कि दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना का शुभारंभ बिरसा मुंडा की पावन धरा झारखंड से हो रहा है.
मुख्यमंत्री रघुबर दास ने कहा कि भष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के लिए मोदी सरकार काल बन कर आ गई है. इसीलिए जेल में और बेल पर रहने वाले नेता महागठबंधन बना रहे हैं. रघुबर दास ने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले चार साल में बेदाग सरकार दी है.
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि सिर्फ देश में ही नहीं दुनिया ने भी भारत की इस योजना की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है. नड्डा ने कहा स्वास्थ्य के क्षेत्र में सबसे बड़ी पत्रिका लैंसेट ने कहा है कि आयुष्मान भारत अभियान के जरिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक प्रतिमान स्थापित होगा.
जेपी नड्डा ने कहा कि इस योजना में किसी भी तरह के पंजीकरण की जरूरत नहीं है. यह पूरी तरह से आईटी पर आधारित कार्यक्रम है जिसमें लाभार्थियों को गोल्ड कार्ड मिलेगा. जिससे वो किसी भी अस्पताल में मुफ्त में इलाज करा सकेगा. देश के अंतिम व्यक्ति को इसका लाभ पहुंचें ऐसा प्रधानमंत्री मोदी का उद्देश्य है.
बता दें कि आयुष्मान भारत योजना के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के चाईबासा और कोडरमा में बनने वाले मेडिकल कॉलेज का भी शिलान्यास किया.
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-आयुष्मान भारत का शुभारंभ अलग-अलग राज्यों के चार सौ जिलों में एक साथ किया जा रहा है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस योजना का उद्घाटन यूपी की राजधानी लखनऊ से किया.
गौरतलब है कि इस महत्वाकांक्षी योजना का मकसद प्रत्येक परिवार को सालाना पांच लाख रुपये का बीमा कवर प्रदान करना है. इससे 10.74 करोड़ गरीब परिवार लाभान्वित होंगे. इन परिवारों के लोग द्वितीयक और तृतीयक श्रेणी के तहत पैनल के अस्पतालों में जरूरत के हिसाब से भर्ती हो सकते हैं. हालांकि इस योजना का नाम बदलकर प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान कर दिया गया है.
आसान होगा इलाज
यह योजना लाभार्थियों को नकदी रहित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएगी. इससे अस्पताल में भर्ती होने पर आने वाले खर्च में कमी आएगी जो लोगों को और निर्धन बना देता है. इससे भयंकर स्वास्थ्य समस्याओं के दौरान उत्पन्न वित्तीय जोखिम कम होगा. पात्र लोग सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं.
इस योजना के दायरे में गरीब, वंचित ग्रामीण परिवार और शहरी श्रमिकों की पेशेवर श्रेणियां आयेगी. सामाजिक आर्थिक जातीय जनगणना (एसईसीसी) के हिसाब से गांवों में ऐसे 8.03 करोड़ और शहरों में 2.33 परिवार हैं. यदि एक परिवार में सदस्यों की औसतन संख्या 5 मानी जाए तो इस हिसाब से योजना का लाभ करीब 50 करोड़ लोगों को मिलेगा.
इस योजना के लिए एसईसीसी के डाटाबेस में वंचना के आधार पर पात्रता तय की जा रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में वंचना की श्रेणियों (डी1,डी2,डी3,डी4,डी5, डी6 और डी7) के आधार पर लाभार्थियों की पहचान की गई है. शहरी क्षेत्रों में 11 पेशवेर मापदंड पात्रता तय करेंगे.
इसके अलावा जिन राज्यों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना है, उसके लाभार्थी भी इस नयी योजना के अंतर्गत आएंगे. इस योजना के मुख्य सूत्रधार नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री 23 सितंबर को इस योजना का शुभारंभ करेंगे लेकिन यह प्रभावी तौर पर 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती से लागू होगी. ’’
यूपी-बिहार को बड़ा फायदा
इस योजना का सबसे ज्यादा लाभ यूपी और बिहार की जनता को मिलेगा. अनुमान के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 1.18 करोड़ और बिहार में 1.09 करोड़ लोग इस योजना का लाभ उठाएंगे. प्रधानमंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री भी अपने चुनाव क्षेत्र में इस योजना की शुरुआत करेंगे. योगी आदित्यनाथ गोरखपुर, नीतीश कुमार पटना, पीयूष गोयल गुरुग्राम और नीतिन गडकरी नागपुर में इस योजना को हरी झंडी दिखाएंगे.