लखनऊ/कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में 13 सितंबर को गिरफ्तार हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी कमरुजमा उर्फ डॉ. हुरैरा ने बड़े खुलासे किए हैं. कमरुजमा ने पूछताछ में बताया कि असम के होजाई में स्थित आरएसएस का नॉर्थ ईस्ट केंद्र गीता आश्रम हिजबुल के निशाने पर था. उसकी निशानदेही पर असम पुलिस ने हिजबुल के नार्थ-ईस्ट नेटवर्क का खुलासा करते हुए आठ लोगों को गिरफ्तार किया है.
हिजबुल मॉड्यूल को हथियार देने के आरोप
हिजबुल मॉड्यूल को हथियार देने के आरोप में असम पुलिस ने आर्म्स डीलर अभिमन्यु चौहान को भी गिरफ्तार किया है. इस बीच एटीएस ने हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी कमरुजमा के साथियों की धरपकड़ के लिए अभियान छेड़ा है. खबर के मुताबिक कमरुजमा के किराये वाले मकान पर दो लोगों का अकसर आना-जाना रहता था, वे उसके साथ रुकते भी थे.
मंदिर की रेकी की थी
शुरुआती पूछताछ में असम के जमुनामुख निवासी कमरुजमा ने कबूल किया कि वह हिजबुल का सक्रिय सदस्य है. यह भी पता लगा कि वह गणेश चतुर्थी के मौके पर कानपुर में किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था. उसने कानपुर में एक मंदिर की रेकी भी की थी. कमरुजमा ने अप्रैल 2018 में सोशल मीडिया पर एके-47 रायफल लेकर एक फोटो खींची थी जो खूब वायरल हुई थी. उसके बाद से ही इसकी तलाश की जा रही थी.
13 सितंबर को किया गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एटीएस) को 13 सितंबर को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी थी. एटीएस ने कानपुर से एक आतंकी को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आतंकी हिज्बुल मुजाहिदीन संगठन का सदस्य है. पुलिस ने बताया कि आतंकी गणेश चतुर्थी के मौके पर एक बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे और उसी साजिश के तहत आतंकी को यहां रेकी करने के लिए भेजा गया था.
किश्तवाड़ में ली थी ट्रेनिंग
साल 2017 में कमरुजमा ने कश्मीर के किश्तवाड़ में आतंकी होने की ट्रेनिंग ली थी और वह चार साल विदेश में भी रहा था. वह फिलीपींस और आयरलैंड में रहा था. कश्मीर में ओसामा नाम के युवक ने उसे हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी थी. पुलिस ने बताया कि कमरुजमा एक पढ़ा-लिखा नौजवान है और उसे कंप्यूटर आदि की अच्छी जानकारी है. उसके एक बेटा भी है.