सऊदी अरब की जेल में बंद तीन मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और लातिन अमेरिका में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले दो लोगों को ‘द राइट लाइवलीहुड’ पुरस्कार दिया गया। इस पुरस्कार को ‘अल्टरनेटिव नोबेल’ भी कहा जाता है।
सऊदी अरब में निरंकुश राजनीतिक प्रणाली में सार्वभौमिक मानवाधिकार सिद्धांतों के आधार में सुधार करने के बहादुरी भरे प्रयास के लिए सऊदी अरब के तीन कार्यकर्ताओं को यह पुरस्कार दिया गया।
113,400 अमेरिकी डॉलर का यह पुरस्कार अबदुल्ला अल-हामिद, मोहम्मद फहद अल-कहतानी और वलीद अबू अल-खैर के बीच साझा किया जाएगा। इस पुरस्कार की शुरुआत स्वीडन-जर्मनी के परोपकारी जैकब वान यूयेक्सकुल ने की थी। उनका मानना था कि यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाए, जिन्हे नोबेल देने में नजरअंदाज किया जाता रहा है।