भारत के तेज गेंदबाज पीयूष साल्वी के नाम एक ऐसा रिकॉर्ड दर्ज हो गया जिसके बारे में वो कभी सोचना भी नहीं चाहेंगे. रेड बुल कैंपस क्रिकेट विश्व फाइनल्स में खेले गए अहम मुकाबले में पीयूष ने एक ओवर में 12 वाइड रन दिए. लेकिन इसके बावजूद भारत जिम्बॉब्वे को 136 रन से रौंदकर फाइनल में जगह बनाने में सफल रही.
भारत का प्रतिनिधित्व कर रही पुणे के मराठवाड़ा मित्र मंडल कालेज ऑफ कॉमर्स की टीम ने कप्तान शुभम नगावदे की नाबाद 133 रन की पारी की बदौलत टीम ने निर्धारित 20 ओवर में दो विकेट पर 244 रन बनाए.
सलामी बल्लेबाज और विकेटकीपर शुभम ने टीम के अंतिम लीग मैच में 67 गेंद की पारी के दौरान 15 छक्के और चार चौके मारे. उन्होंने मुर्तजा शब्बीर (39) के साथ पहले विकेट के लिए 103 और रोहन डेमी (50) के साथ तीसरे विकेट के लिए 129 रन जोड़े.
इसके जवाब में जिम्बॉब्वे का प्रतिनिधित्व कर रही बुलावायो की नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस और टेक्नोलाजी की टीम 20 ओवर में नौ विकेट पर 109 रन ही बना सकी और छह टीमों की लीग तालिका में अंतिम स्थान पर रही.
साल्वी ने जिंबाब्वे की पारी के दूसरे ओवर में 10 वाइड गेंद पर 12 रन दिए जिसके बाद कप्तान ने उन्हें मैच में दोबारा गेंदबाजी का मौका नहीं दिया.