मुंबई। एनसीपी महासचिव मुनाफ हकीम ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने दावा किया कि राफेल सौदे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शरद पवार द्वारा समर्थन किए जाने के बाद पार्टी की छवि का बचाव करना मुश्किल है.
गौरतलब है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इरादों (राफेल सौदे में) को लेकर लोगों को कोई शक नहीं है.
महाराष्ट्र राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष हकीम ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने पार्टी के सहकर्मी एवं लोकसभा सदस्य तारिक अनवर की राह पर चलते हुए इस्तीफा दिया है तथा एनसीपी के और भी कार्यकर्ता उनके इस कदम का अनुसरण कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि पवार ने कभी भी कट्टरपंथी ताकतों का समर्थन नहीं किया है. वह कैसे कह सकते हैं कि नरेंद्र मोदी राफेल मामले में लोगों के मन में दोषी नहीं हैं ? जांच के लिए अब तक जेपीसी का गठन नहीं किया गया है.
हकीम ने कहा कि तारिक अनवर पार्टी के संस्थापक सदस्यों में शामिल थे. राफेल पर पार्टी का रुख सार्वजनिक करने से पहले उनसे परामर्श नहीं किया गया. ऐसे में राफेल मामले में मोदी का पवार द्वारा समर्थन किए जाने के बाद पार्टी की छवि का बचाव करना मुश्किल है.
अनवर ने शुक्रवार को कहा कि राफेल सौदे पर मोदी का एनसीपी प्रमुख द्वारा बचाव करने के बाद उन्होंने पार्टी और लोकसभा की सदस्यता (कटिहार सीट) से इस्तीफा दे दिया है. इससे पहले एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने गुरूवार को कहा था कि पवार के बयान पर मीडिया में आई खबरें भ्रामक और गुमराह करने वाली हैं.