नई दिल्ली। एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) सांसद तारिक अनवर द्वारा पार्टी से इस्तीफा देने को पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने दुखद करार दिया है. बिहार की कटिहार लोकसभा सीट से सांसद तारिक अनवर ने गुरुवार को एक प्रेस कॉफ्रेंस कर एनसीपी पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया. तारिक के इस्तीफे के बाद से ही बिहार में सियासत गरम हो गई है. प्रफुल्ल पटेल ने तारिक के इस्तीफे पर कहा कि हमारे वरिष्ठ नेता तारिक अनवर ने पार्टी और लोकसभा सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है. यह हमारे लिए एक दुखद दिन है. उनका इस्तीफा हमारे लिए काफी आश्चर्यजनक है.
It is a sad day for us that our senior colleague has decided to quit Lok Sabha&also NCP. It’s very surprising because he has based his decision on an interview by Sharad Pawar to news channel wherein facts are very clear on #Rafale :Praful Patel, NCP on Tariq Anwar quitting party pic.twitter.com/k8GKxxPbPE
— ANI (@ANI) September 28, 2018
प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि तारिक ने यह इस्तीफा एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार द्वारा राफेल पर मीडिया को दिए एक बयान पर दिया है. एनसीपी अध्यक्ष ने अपने बयान में तर्कसंगत तरीके से अपनी बात रखी थी. गौरतलब है कि तारिक अनवर ने अपने इस्तीफे का कारण एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के इसी बयान को बताया, जिसमें उन्होंने ने राफेल मामले में पीएम मोदी का बचाव किया है. शरद पवार के इस बयान से नाराज तारिक अनवर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया.
कांग्रेस में शामिल होना की मिला न्योता
कहा जा रहा है कि तारिक अनवर के एनसीपी छोड़ने के फैसले के बाद उन्हें कांग्रेस पार्टी से ऑफर भी आने लगें हैं. तारिक अनवर के इस्तीफे पर कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि शरद पवार को अहसास हो गया होगा कि राफेल पर बयान देकर उन्होंने अपने पैर पर ही कुल्हाड़ी मार ली है. तारिक अनवर ने सही वक्त पर फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि तारिक अनवर का कांग्रेस में स्वागत है. अगर वह पार्टी ज्वाइन करना चाहते हैं, तो वह उनका स्वागत करेंगी.
तारिक अनवर हैं बिहार के सम्मानित नेता- कांग्रेस
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष अशोक राम ने भी तारिक अनवर का कांग्रेस में आने के लिए स्वागत किया है. उन्होंने कहा की तारिक अनवर बिहार में स्थापित और सम्मानित नेता हैं. अगर वह कांग्रेस में आना चाहते हैं तो उनका स्वागत किया जाएगा. गौरतलब है कि शरद पवार ने राफेल डील पर पीएम मोदी का बचाव करते हुए कहा था कि उनकी मंशा पर शक नहीं किया जा सकता है. पवार के इस बयान के बाद महागठबंधन में खलबली मच गई. वहीं, इस बयान से तारिक अनवर इतने नाराज हो गए कि उन्होंने पार्टी से ही इस्तीफा दे दिया. साथ ही सांसद पद से भी इस्तीफे की घोषणा कर दी.
शरद पवार ने अनवर के साथ मिलकर किया था एनसीपी का गठन
आपको बता दें कि तारिक अनवर एनसीपी के कद्दावर नेता हैं. उन्होंने शरद पवार के साथ मिलकर एनसीपी पार्टी का गठन किया था. तारिक अनवर इससे पहले कांग्रेस पार्टी में ही थे, लेकिन शरद पवार के साथ उन्होंने कांग्रेस पार्टी को छोड़कर एनसीपी पार्टी का गठन किया था. हालांकि यूपीए-2 की सरकार में वह राज्यसभा सांसद थे और उन्हें केंद्रीय मंत्री का पद भी दिया गया था. वहीं, 2014 में उन्होंने कटिहार लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे.