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तीरंदाजी: बिना कोच के खेल रहीं दीपिका कुमारी ने वर्ल्ड कप फाइनल्स में मेडल जीता

सैमसन। भारतीय तीरंदाज दीपिका कुमारी ने तीरंदाजी वर्ल्ड कप फाइनल्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता है. उन्होंने रविवार को रोमांचक प्लेऑफ में लिजा उनरू को पछाड़कर यह मेडल अपने नाम किया. तीरंदाजी वर्ल्ड कप फाइनल्स तुर्की में खेला जा रहा है.

पांचवीं बार पोडियम फिनिश किया 
दीपिका कुमारी और लिजा उनरू पांच सेट के खत्म होने के बाद 5-5 की बराबरी पर थीं. इस कारण विजेता का फैसला शूटऑफ के जरिए हुआ. दीपिका और लिजा दोनों ने नौ अंक जुटाए, लेकिन दीपिका का निशाना केंद्र के अधिक पास होने के आधार पर पदक अपने नाम किया. दीपिका ने वर्ल्ड कप फाइनल्स में पांचवीं बार पोडियम स्थान हासिल किया. वे पहले चार बार सिल्वर मेडल जीत चुकी हैं.

एशियन गेम्स से पहले डेंगू हो गया था 
शूटऑफ बेहद तनावपूर्ण रहा. इस बारे में दीपिका ने कहा, ‘मैं अधिकतर शूटऑफ में हार जाती हूं. इसलिये मैं थोड़ी तनाव में आ गई, लेकिन मैंने खुद से कहा कि जो भी नतीजा होगा मैं स्वीकार करूंगी. मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगी. मैं अपने निशानों से संतुष्ट थी.’ उन्होंने कहा, ‘एशियन गेम्स से पहले मुझे डेंगू हो गया था, जिससे मैं कमजोर हो गई थी. एशियन गेम्स के बाद मैंने 15 दिन का ब्रेक लिया और यहां आई. मैं ब्रॉन्ज मेडल से खुश हूं. काश मैं इसे सिल्वर या फिर गोल्ड में बदल पाती.’

कोच ने द्रोणाचार्य अवॉर्ड विवाद पर दिया था इस्तीफा 
दीपिका पांचवें सेट में ड्रॉ से ही तीसरा स्थान हासिल कर सकती थीं. लेकिन उनका शॉट बाहर चला गया. बिना कोच के टूर्नामेंट में उतरीं दीपिका ने कहा, ‘मैं पहली बार बिना कोच के इतने बड़े टूर्नामेंट में खेल रही हूं. मैं फिर भी अपने प्रदर्शन से खुश हूं. जितना कठिन टूर्नामेंट होता है, उतना ही बेहतर हम होते हैं.’ भारत का गैर मान्यता प्राप्त तीरंदाजी संघ सत्र की इस अंतिम प्रतियोगिता में कोच रखने में असफल रहा. रिकर्व कोच धर्मेंद्र तिवारी अस्वस्थ हैं, जबकि जीवनजोत सिंह (कंपाउंड) ने द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए अनदेखी किए जाने के बाद इस्तीफा दे दिया था.

भारत ने वर्ल्ड कप फाइनल्स कुल 3 मेडल जीते 
भारतीय तीरंदाजों ने इस तरह अपना अभियान एक सिल्वर और दो ब्रॉन्ज मेडल के साथ खत्म किया. भारतीय टीम ने सिल्वर मेडल कंपाउंड मिक्स्ड इवेंट में जीता. इसमें केवल दो टीमें थी, जिसमें एक मेजबान देश है. वहीं, अभिषेक कुमार ने अपने दूसरे वर्ल्ड कप फाइनल्स में पुरुष कंपाउंड इवेंट में कांस्य पदक हासिल किया.

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