दुबई। एशिया कप 2018 में टीम इंडिया की रोमांचक जीत में रोहित शर्मा ने अपनी कप्तानी की खूब तारीफ हासिल की. रोहित ने दूसरी बार विराट कोहली के बिना टीम इंडिया को एक साल के अंदर दूसरी ट्रॉफी दिलाई. इससे पहले रोहित ने श्रीलंका में अपनी कप्तानी में निदहास ट्रॉफी में जीत दिलाई थी. रोहित की कप्तानी की तारीफ के बाद इस बहस ने भी जोर पकड़ लिया कि क्या टेस्ट और वनडे टीम इंडिया के कप्तान अलग- अलग हो जाने चाहिए. इस पर पूर्व भारतीय दिग्गज बल्लेबाज संजय मांजेरकर ने कहा कि अभी ऐसा समय नहीं आया है.
मांजरेकर ने एक क्रिकेट क्लब के समारोह में आयोजित सवाल जवाब सत्र में कहा कि रोहित एशिया कप में काफी प्रभावी रहे. वे आईपीएल में भी बतौर कप्तान काफी प्रभावी रहे, उनका शांत स्वभाव उनकी ताकत है. मांजरेकर ने दोनों के बारे में बात करते हुए कहा, “दोनों की लीडरशिप स्टाइल अगल- अलग है. यह अच्छा है कि लोग लीडरशिप स्किल्स के साथ आगे आ रहे हैं. विराट को कप्तानी पसंद है, आप देख सकते हैं वे इसे एंजॉय करते हैं. मुझे नहीं लगता यह (कप्तानी) उनके लिए बोझ है. वे तीनों प्रारूप में कप्तानी करना चाहते हैं. कभी कभी वे टीम इंडिया के लिए केवल इकलौते बल्लेबाज होने का बोझ उठाते नजर आते हैं, लेकिन ऐसे में ब्रेक की जरूरत होती है.”
रोमांचक मुकाबले में जीत हुई थी टीम इंडिया की
नियमित कप्तान विराट कोहली की अनुपस्थिति में रोहित की अगुवाई में भारत ने सातवां एशिया कप खिताब अपने नाम किया था. टीम ने कम स्कोर वाले फाइनल में अंतिम गेंद के रोमांचक मुकाबले में बांग्लादेश को पराजित किया. इस मैच में आखिरी ओवर में टीम इंडिया को जीत के लिए 6 रन चाहिए थे जबकि बांग्लादेश को केवल एक ही विकेट गिराने की दरकार थी. मैच का रोमांच अंतिम गेंद तक गया और उस समय टीम इंडिया को एक गेंद पर एक ही रन चाहिए था. इस गेंद पर टीम इंडिया को लेग बाय मिला और टीम इंडिया को जीत हासिल हुई थी.
कोच शास्त्री भी हो गए थे रोहित की कप्तानी के मुरीद
रोहित की कप्तानी के अब टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री भी मुरीद होते दिखे. शास्त्री रोहित के शांत प्रभाव से काफी प्रभावित दिखे जिसकी झलक भारत की एशिया कप में जीत के दौरान उनकी कप्तानी में भी दिखी. इतना ही नहीं रोहित ने एशिया कप लेते हुए टीम के युवा गेंदबाज खलील अहमद को ट्राफी दे दी. पूरे फोटो सेशन में ट्रॉपी रोहित की जगह खलील के हाथों में ही दिखी. इतना ही नहीं रोहित एशिया कप जीतने के बाद टीम प्रबंधन की नीतियों के बारे में भी चर्चा करते नजर आए.
टीम की नीतियों के बारें भी बात करने लगे रोहित
रोहित ने इससे आगे बढ़ते हुए टीम की नीति के बारे में बात कर दी. रोहित ने नंबर-4 और नंबर-6 के बारे में बात करते हुए कहा कि इन क्रमों के दावेदारों को ज्यादा मौके दिए जाने चाहिए. उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि हम इस बार में बेहद साफ रूख रखते हैं. जो नंबर-4 और नंबर-6 के दावेदार हैं उन्हें ज्यादा मौका मिलने चाहिए क्योंकि विश्व कप काफी करीब आ रहा है. अभी यह कहना जल्दबाजी होगा कि उन्होंने अपनी जगह पक्की कर ली है. मैं इस समय यह बात नहीं कह सकता.”
खुद को कप्तानी के लिए तैयार भी बता दिया था रोहित ने
उन्होंने एक सवाल पर कहा कि यदि उन्हें मौका मिलता है तो वे टीम की कप्तानी करने को तैयार हैं. बीसीसीआई ने रोहित को एशिया कप के लिए विराट कोहली की जगह कप्तानी सौंपी थी. कोहली को इस टूर्नामेंट में रेस्ट दिया गया था.