राजकोट। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में शानदार जीत के बाद मुंबई के युवा खिलाड़ी पृथ्वी शॉ की तारीफ की और कहा कि उनके यूनीक टैलेंट को देखते हुए ही उसे टेस्ट टीम में शामिल किया गया था.
पृथ्वी को पदार्पण टेस्ट में 134 रन की शानदार शतकीय पारी की बदौलत ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया जो पदार्पण टेस्ट में भारत के सबसे युवा और दुनिया के चौथे बल्लेबाज बने.
कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘पृथ्वी और जड्डू (रवींद्र जडेजा) के लिए बहुत खुश हूं. अपने पहले मैच में खेलते हुए उसे इस तरह का दबदबा बनाते हुए देखना शानदार था, उसने (पृथ्वी) ने दिखा दिया कि वह अद्भुत प्रतिभा का धनी है. इसलिए ही उसे टेस्ट टीम में शामिल किया गया. कप्तान के लिए यह देखना शानदार है.’
कोहली ने रवींद्र जडेजा के लिए कहा, ‘वह पहले भी हमारे लिए रन बना चुका है और हम उसे शतक तक पहुंचते हुए देखना चाहते थे. हमारा मानना है कि वह हमारे लिए मैचों का रूख बदल सकता है.’प्रतिद्वंद्वी टीम को दबाव में लाने के लिए कोहली ने मोहम्मद शमी और उमेश यादव की तेज गेंदबाजी जोड़ी को भी श्रेय दिया. उन्होंने कहा, ‘अगर आप पहली पारी देखोगे तो जिस तरह से उमेश और शमी ने गेंदबाजी की, वह अच्छा था. नई गेंद से कुछ विकेट निकालकर आप विपक्षी टीम को दबाव में डाल सकत हो. शमी ने ऐसी पिच पर विकेट झटके जिस पर कोई मदद नहीं मिल रही थी.’
ओवरगति के बारे में पूछने पर कोहली ने कहा कि इसके लिए खिलाड़ी से ज्यादा अंपायर जिम्मेदार रहे. उन्होंने कहा, ‘इसमें थोड़ा योगदान अंपायरों का भी रहा. पानी पीने के ब्रेक के नए नियम के अनुसार खिलाड़ी थोड़े परेशान रहे, खिलाड़ियों के लिये बिना पानी के 45 मिनट तक बल्लेबाजी करना मुश्किल था. मुझे भरोसा है कि वे इन नियमों को देखेंगे और परिस्थितियों के हिसाब से इसमें तालमेल बिठाएंगे.’
राजकोट और इंग्लैंड की परिस्थितियों के बारे में कोहली ने कहा कि दोनों की तुलना नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा, ‘यह बड़ी चुनौती थी. हम अपनी काबिलियत को अच्छी तरह जानते हैं, हम इस तरह के हालात में दबदबा बना सकते हैं. हम शानदार रहे.’
पृथ्वी ने कहा कि यह उनके टेस्ट करियर की अच्छी शुरूआत रही, उन्होंने कहा, ‘यह शानदार जीत थी. पदार्पण टेस्ट में रन बनाने के बाद अपनी टीम को जीत दिलाना अच्छा रहा. जब आप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हो तो हमेशा चुनौती रहती है. मैं अपना नैसर्गिक खेल खेलने की कोशिश कर रहा था जैसा मैं प्रथम श्रेणी क्रिकेट में खेलता हूं.’
वेस्टइंडीज के कप्तान क्रैग ब्रैथवेट ने कहा कि भागीदारी की कमी से उन्होंने मैच गंवा दिया. उन्होंने कहा, ‘भारत अच्छा खेला और उसने हमें दिखाया कि कैसे बल्लेबाजी करनी चाहिए. बल्लेबाजी इकाई के तौर पर हम कोई बड़ी साझेदारी नहीं बना सके जिसका हमें खामियाजा भुगतना पड़ा.’