Friday , November 22 2024

लापता पत्रकार: सऊदी अरब के शाह ने नहीं दी जानकारी, ट्रंप ने विशेष दूत को रियाद भेजा

वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को सऊदी अरब के शाह सलमान से लापता पत्रकार जमाल खाशुकजी को लेकर बात की और इस मुद्दे पर चर्चा के लिए अपने शीर्ष राजनयिक को ‘‘तुरंत’’ रियाद भेजा. सऊदी अरब के शाह ने इस घटना के बारे में कोई जानकारी होने से इंकार किया है. अमेरिकी राष्ट्रपति का मानना है कि लापता पत्रकार ‘‘भाड़े के हत्यारों का’’ शिकार हो गए. ट्रंप ने सलमान से फोन पर बात करने के बाद व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने अभी सऊदी अरब के शाह से बात की जिन्होंने उनके सऊदी अरब नागरिक के बारे में कोई जानकारी होने से इंकार किया है.

मैंने उनसे पूछा और उन्होंने दृढ़ता से इससे इंकार किया. ’’ ट्रंप ने कहा कि उन्होंने विदेश मंत्री माइक पोम्पियो से तुरंत सऊदी अरब या अगर जरूरत हो तो तुर्की सहित अन्य जगह जाने को कहा है. साठ साल के सऊदी पत्रकार खाशुकजी को अंतिम बार तब देखा गया जब दो अक्टूबर को वह इस्तांबुल में सऊदी वाणिज्य दूतावास में प्रवेश कर रहे थे.

लापता पत्रकार मामले में रियाद ने अपना किया बचाव, सऊदी के शाह की बढ़ी मुश्किलें

वह वहां अपनी शादी के संबंध में दस्तावेज लेने गये थे. तुर्की के अधिकारियों का कहना है कि उनका मानना है कि शाह की नीतियों के आलोचक और वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार खाशुकजी मिशन के अंदर मारे गये.  दावे ये भी हो रहे हैं कि उन्हें यातनाएं दी गईं. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘शाह ने मुझसे से कहा है कि तुर्की और सऊदी अरब मिलकर यह पता करने का प्रयास कर रहे हैं कि क्या हुआ है.

इसलिए हम देखेंगे कि क्या होता है लेकिन माइक पोम्पियो लगभग एक घंटे में रवाना हो रहे हैं. वह सऊदी अरब जा रहे हैं. ’’ इस बीच, तुर्की के मीडिया ने खबर दी कि पुलिस ने इस दावे की जांच शुरू की है कि सऊदी के वाणिज्य दूतावास के अंदर तेजाब के इस्तेमाल से खाशुकजी का शव जलाया गया.

हाबेरटर्क की वेबसाइट के स्तंभकार सेविले यिलमैन ने सोमवार को लिखा, ‘‘पुलिस और एमआईटी (तुर्की की राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी) अब इस दावे की गंभीरता से जांच कर रही हैं.  वे इस बात की जांच कर रही है कि क्या खाशुकजी के शव को तेजाब के इस्तेमाल से जलाया गया. ’’

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch