शिर्डी। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी का शिर्डी में पहली बार दौरा कई मायनों में बहुत खास है. इसे पहले साल 2008 में गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने शिर्डी साईं बाबा के दर्शन किए थे और बाबा का आशीर्वाद लिया था. शायद साल 2014 के चुनाव में जीत के रूप में उन्हें इसका फल भी मिला और अब पांच राज्यों में होने वाले चुनावों से ठीक पहले बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार शिर्डी आ रहे हैं.
शायद इस बार नरेंद्र मोदी की मन्नत होगी कि उन्हें 2014 की ही तरह दोबारा 2019 में भी वैसी ही जीत मिले.
पीएम मोदी सभा को करेंगे संबोधित
हालांकि नरेंद्र मोदी के शैड्यूल के बारे में आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है लेकिन ज़ी मीडिया को मिली जानकारी के मुताबिक 19 अक्टूबर को नरेंद्र मोदी दोपहर को शिर्डी पहुंचेंगे और तकरीबन 2 से 3 घंटे शिर्डी में रहेंगे. इस दौरान में बाबा के दर्शन लेने के अलावा शिर्डी परिसर में एक भूमि पूजन का कार्यक्रम भी तय है. इसके बाद शिर्डी मंदिर के पास के एक मैदान में नरेंद्र मोदी एक सभा को संबोधित करेंगे. यहां प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सस्ते मकान हासिल करने वाले 20,000 से ज्यादा लाभार्थियों का ई-गृहप्रवेश होगा, उन्हें उनके मकान की चाबियां सौंपी जाएंगी. जिस मंच से नरेंद्र मोदी सभा को संबोधित करेंगे उस मंच की तैयारियां चल रही हैं स्टेज को आकर्षित बनाया जाएगा है उस पर साईं बाबा की मूर्ति रखी गई है स्टेज पर प्रधानमंत्री के अलावा राज्य के मुख्यमंत्री और दूसरे कई मंत्री उपस्थित हो सकते हैं.
पांच राज्यों में चुनाव का ऐलान हो चुका है और ऐसे में इस मंच से प्रधानमंत्री एक बार फिर हुंकार भर सकते हैं. प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी पहली बार शिर्डी के साईं दरबार में माथा टेकने और आशीर्वाद लेने पहुंच रहे हैं ऐसे में उनकी मन्नत हो सकती है कि उन्हें 2019 के आने वाले चुनाव में भी पहले की ही तरह जीत हासिल हो.
इस बार का दशहरा क्यों है खास
इस साल दशहरे के मौके पर साईं बाबा की समाधि को सौ साल पूरे हो जाएंगे और इस मौके पर शिर्डी साईं मंदिर में समाधि शताब्दी महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है. गौरतलब है कि 15 अक्टूबर 1918 को दशहरा के दिन साईं बाबा ने देह त्याग कर समाधि ले ली थी. साल 1922 में शिर्डी मंदिर को ट्रस्ट के रूप में रजिस्टर किया गया तब दान पेटी से इकट्ठा होने वाली सालाना आय तकरीबन ₹700 थी जबकि इसका सालाना बजट तकरीबन 3500 रुपए हुआ करता था. बाबा के भक्तों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ साईं मंदिर ट्रस्ट की आमदनी में भी लाखों गुना इजाफा हुआ और अब मंदिर ट्रस्ट की चढ़ावे से होने वाली आमदनी तकरीबन 375 करोड़ बताई जाती है जो कि प्रतिदिन के हिसाब से एक करोड़ रुपए से ज्यादा प्रतिदिन है.
समाधि शताब्दी महोत्सव के मौके पर प्रशासन का अनुमान है कि सिर्फ दशहरे के दिन तकरीबन 300000 साईं भक्त बाबा के दर्शन लेने के लिए शिर्डी पहुंच सकते हैं. ऐसे में भक्तों को कोई तकलीफ ना हो और उन्हें आसानी से साईं के दर्शन हो इसके लिए खास इंतजाम किए गए हैं .
फल-फूल पर ही 35 लाख का खर्च
इस खास मौके पर पूरे शिर्डी मंदिर की मनमोहक सजावट की गई है. मंदिर को फूलों फलो और रोशनी से सजाया गया है. मंदिर की सजावट इतनी खूबसूरत है कि इससे पहले साईंभक्तों ने मंदिर को इस रुप में पहले कभी नहीं देखा होगा. तकरीबन ₹35,00,000 खर्च कर फल और फूलों से समाधि मंदिर की सजावट की गई है जिसके लिए तकरीबन 8 टन फूल मंगाए गए हैं. साईं दरबार में इस्तेमाल किए जाने वाले फूलों को बाद में फेंका नहीं जाता है बल्कि एक खास प्लांट में इनसे सुगंधित अगरबत्ती तैयार की जाती है. रोजाना 40000 महिलाओं को रोजगार इससे प्राप्त होता है और लाखों अगरबत्ती या इससे बनाई जाती है.
गुरुवार को दशहरे के शुभ अवसर पर बाबा के दर्शन लेने के लिए सिर्फ देश नहीं बल्कि दुनिया के कोने-कोने से साईं भक्त शिर्डी पहुंच रहे हैं. कोई उल्टे पांव तो कोई साष्टांग नमस्कार करते हुए मंदिर तक पहुंचा है तो कोई सात समंदर पार अमेरिका यूरोप जैसे देशों से साईं के दर्शन के लिए उनके दरबार आए हैं. शिर्डी में संस्था के तकरीबन 1500 कमरे पहले ही बुक हो चुके हैं साथ ही 750 प्राइवेट होटल के भी सभी कमरे हाउसफुल हैं.
शुक्रवार को समाधि शताब्दी समारोह के समापन समारोह में सबसे बड़े लोकतंत्र के मुखिया स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे. गौरतलब है कि इस समारोह की शुरुआत पिछले साल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मौजूदगी में हुई थी. कहते हैं साईं के दरबार से कोई खाली हाथ नहीं लौटता यहां जिसने अपनी झोली फैलाई वह यहां से बाबा का आशीर्वाद लेकर ही लौटा है. शिर्डी साईं मंदिर को आस्था का वह दरबार भी कहा जाता है जहां सब की सभी मन्नत पूरी होती है. सुरक्षा के भी चाक चौबंद इंतजाम किए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री की सिक्योरिटी के लिए दिल्ली से खास 3cd पहुंच चुकी है बम स्क्वाड डॉग स्क्वाड अहमदनगर पुलिस के अलावा दूसरे जिलों से भी पुलिस बल मंगाया गया है. ड्रोन कैमरे से शिर्डी शहर पर नजर रखी जाएगी. मंदिर प्रशासन की तरफ से भी मंदिर परिसर में सबसे ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिन्हें एक सेंट्रलाइज कंट्रोल रूम से मॉनिटर किया जाएगा.