नई दिल्ली। नन के साथ रेप के आरोप में गिरफ्तार किए गए जालंधर के बिशप फ्रैंको मुलक्कल को कठोर शर्तों के साथ जमानत दे दी गई है. मुलक्कल को 21 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था. तीन दिन की पूछताछ के बाद 24 सितंबर को उन्हें दो हफ्तों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. इसके बाद 16 अक्टूबर को उन्हें जमानत दे दी गई. बिशप को कड़ी शर्तो के साथ जमानत दी गई है. उन्हें केरल में प्रवेश नहीं करने की हिदायत दी गई है. 17 अक्टूबर को वह जालंधर पहुंच गए. जालंधर पहुंचने के बाद उनका भव्य स्वागत किया गया.
यहां पहुंचने पर फ्रैंको मुलक्कल ने कहा, पंजाब के लोगों की प्रार्थना मेरे साथ थी. यहां के लोग मेरे लिए प्रार्थना कर रहे थे. मैं उन सभी लोगों का धन्यवाद करना चाहता हूं. इस मामले में जांच चल रही है. मैं पूरी तरह से इस जांच में सहयोग के लिए तैयार हूं. मुझे देश के कानून पर पूरा भरोसा है.
The prayers of the people of Punjab supported me. I believe that they will pray for me even in the days to come. I thank everyone. Investigation is underway & I am co-operating. I’m a law abiding citizen & I trust the legal system of the country: Bishop Franco Mulakkal pic.twitter.com/jU8SjpSHjF
— ANI (@ANI) October 17, 2018
इससे पहले केरल हाईकोर्ट से जमानत मिलने के एक दिन बाद कैथोलिक बिशप फ्रैंको मुलक्कल कोट्टायम के समीप पाला उप-कारागार से बाहर निकले. बिशप को एक नन के साथ दुष्कर्म के आरोप में 21 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था. मुलक्कल के करीबी सहयोगी व निर्दलीय विधायक पी.सी. जॉर्ज ने कहा, “वह अपराह्न् दो बजे जेल से बाहर आए. जॉर्ज ने कहा, “मैंने उन्हें उनकी कार तक पहुंचाया, क्योंकि वहां सैकड़ों लोग बिशप के प्रति अपने समर्थन का इजहार करने के लिए उपस्थित थे.”
Punjab: Bishop Franco Mulakkal who was released from Kerala’s Kottayam jail yesterday after being granted unconditional bail by Kerala High Court, was welcomed in Jalandhar today. He is accused of raping a nun from Kerala. pic.twitter.com/k4H7J0FRMG
— ANI (@ANI) October 17, 2018
उन्होंने कहा, “वहां कई नन और शुभचिंतक समेत उनके सैकड़ों समर्थक मौजूद थे, जिन्होंने जेल के बाहर एक छोटी प्रार्थनासभा आयोजित की.” बिशप को कठोर शर्तो के साथ जमानत दी गई है. शर्त के अनुसार, वह केरल में प्रवेश नहीं करेंगे, अपना पासपोर्ट सौपेंगे और दो सप्ताह में एक बार पुलिस के समक्ष पेश होंगे.