नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में आरोपी भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पर शिकंजा कसते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को 218.46 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति जब्त की. निदेशालय के अनुसार यह संपत्ति नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, उनके परिवार, मिहिर भंसाली और उनकी कंपनी के नाम थी.
एक अधिकारी ने बताया कि लगातार कोशिशों के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने उनकी संपत्तियां चिन्हित की थीं जिसे अटैच किया गया है.
इन जब्त और अटैच की गई संपत्तियों में 51 करोड़ रुपये का एक फ्लैट महिर भंसाली और उनकी पत्नी के नाम था. जिसे भंसाली ने पीएनबी घोटाला सामने आने के बाद मामूली कीमत पर 28 फरवरी 2018 को किसी और के नाम कर दिया था. ईडी के मुताबिक मिहिर भंसाली नीरव मोदी का करीबी और घोटाले का भागीदार था. भंसाली ने पीएनबी से मिले धन को परिवर्तित करने और काले धन को सफेद बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई थी.
ईडी ने एपी ज्वेलर्स के नाम पर हैदराबाद के बंजारा हिल्स मे 2.5 एकड़ जमीन पर निर्मित एक बिल्डिंग का 89 फीसदी हिस्सा भी अटैच की है. जिसकी कीमत 120 करोड़ रुपये है. मेहुल चोकसी इस समय एंटीगुआ में है और इस बिल्डिंग में उसकी 89 फीसदी हिस्सेदारी है.
निदेशालय ने मुंबई के ट्रम्प टॉवर में मेहुल चोकसी की बेटी के नाम 1.70 करोड़ रुपये कीमत का एक और फ्लैट अटैच किया है. जांच के दौरान ईडी मे पाया कि इस संपत्ति को खरीदने के लिए मेहुल चोकसी की बेटी के बेल्जिम के खाते में 1.70 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए थे और इसके बाद इस पैसे को भारत लाकर बिल्डर को भुगतान किया गया था. ईडी ने मेहुल चोकसी के विदेश में 27 करोड़ की एक कोठी भी अटैच की है. जानकारी के अनुसार इसके अलावा फायरस्टार ग्रुप के 18.76 करोड़ के हीरे भी जब्त किए गए हैं.
इन संपत्तियों को अटैच करने के लिए तीन प्रारंभिक आदेश जारी हुए थें. बता दें कि पीएनबी घोटाला मामले में अब तक 4488 करोड़ कीमत की संपत्तियां या तो अटैच की गई है या जब्त की जा चुकी हैं.