नई दिल्ली। पंजाब के अमृतसर में हुए भीषण ट्रेन हादसे में 50 से 60 लोगों के मारे जाने की आशंका है. रावण दहन के समय ट्रैक पर हुए हादसे ने एक पल में कई लोगों की जिंदगी छीन ली. इस हादसे के बाद रेलवे ने दुख जताया है, लेकिन सवाल ये उठ रहे हैं कि ये हादसा हुआ कैसे. रेलवे ट्रैक के समीप रावण दहन की इजाजत कैसे दी गई. इस रावण दहन के मौके पर यहां सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठी थी, इसी कारण हादसे में मरने वालों की संख्या इतनी है.
मौके पर मौजूद लोगों का दावा है कि ये दशहरा समारोह कांग्रेस ने आयोजित किया था. कहा जा रहा है कि यहां पर ये समारोह बिना अनुमति के आयोजित किया गया. एक प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि कांग्रेस ने इसे बिना अनुमति के आयोजित किया. इतना ही नहीं इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए आईं, पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर हादसे के बाद भी भाषण देती रहीं.
#WATCH Eyewitness at #Amritsar accident site says, “Congress had organised Dussehra celebrations here without permission. Navjot Singh Sidhu’s wife was the chief guest at the celebrations and she continued to give a speech as people were struck down by the train.” pic.twitter.com/rcsxbVxiB9
— ANI (@ANI) October 19, 2018
मौके पर कम से कम 300 लोग मौजूद थे जो पटरियों के निकट एक मैदान में रावण दहन देख रहे थे. अमृतसर के प्रथम उपमंडलीय मजिस्ट्रेट राजेश शर्मा ने बताया कि 50 शवों को बरामद किया गया है और कम से कम 50 घायलों को एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारियों ने बताया कि रावण के पुतले को आग लगाने और पटाखे फूटने के बाद भीड़ में से कुछ लोग रेल की पटरियों की ओर बढ़ना शुरू हो गए जहां पहले से ही बड़ी संख्या में लोग खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे.
उन्होंने बताया कि उसी वक्त दो विपरीत दिशाओं से एक साथ दो ट्रेनें आई और लोगों को बचने का बहुत कम समय मिला.